नई दिल्ली: भारत-पाक सीमा पर फोन इंटरसेप्ट से मिली जानकारी, ड्रोन के जरिये पंजाब में सीमाई इलाके में हथियार गिराए जाने, इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के पाक अधिकृत कश्मीर के दौरे ये कुछ ऐसे संकेत हैं कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। खासकर दिल्ली, मुंबई, जम्मू एवं कश्मीर और पंजाब में सुरक्षा एजेंसी हाई अलर्ट पर हैं।
इसके अलावा अमेरिकी एजेंसी से मिली इनपुट के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, जिसमें कहा गया है कि जम्मू एवं कश्मीर में धारा 370 निरस्त किए जाने के बाद आईएसआई प्रायोजित आतंकवादी हमले हो सकते हैं।
गृह मंत्रालय में उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई में सभी प्रमुख एयरपोर्ट, बंदरगाह, प्रमुख प्रतिष्ठानों एवं सरकारी कार्यालयों पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है।
पंजाब में सितंबर में ड्रोन के जरिये हथियार गिराए जाने के बाद पंजाब और जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों को पहले ही सतर्क किया जा चुका है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आईएसआई की साजिश का खुलासा करने के लिए पंजाब पुलिस के संपर्क में है। बताया जाता है कि आईएसआई ने ड्रोन से हथियार गिराने में खालिस्तान समर्थकों का सहारा लिया है।
आतंकवादी हमले की साजिश के मद्देनजर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के लिए चिंता का सबब बन गया है और यही वजह है कि गुरुवार को गृह सचिव, आईबी के निदेशक और पीएमओ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक की और इस मुद्दे पर राज्य और केंद्र की ओर से उठाए जाने वाले कदम पर माथापच्ची की।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को भी हालात से अवगत करा दिया गया है। आईबी ने बुधवार को अलर्ट जारी कर इस बात की आशंका जताई कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी दिल्ली में प्रवेश कर चुके हैं और आगामी त्योहार में आतंकवादी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
इस बीच दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी की जिसमें दो संदिग्धों को पकड़ा गया है। दिल्ली पुलिस ने हालांकि दोनों की पहचान उजागर नहीं की है। आईबी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ, बारामूला, कुपवाड़ा से लगते पाकिस्तान सीमा के नजदीक नियंत्रण रेखा के करीब 150 से ज्यादा आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में हैं।