नई दिल्ली| दुनिया भर में नोवेल कोरोना वायरस (एनसीओवी) से 14 लोगों की मृत्यु के मामले सामने आए हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इसकी पुष्टि की है। नोवेल कोरोना वायरस से मरने वालों में एक व्यक्ति चीन का भी है। केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक नोवेल कोरोना वायरस (एनसीओवी) की गहन समीक्षा की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली, मुंबई व कोलकाता हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की एहतियातन थर्मल स्कैनर के जरिए जांच करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में विमानों में भी घोषणाएं की जा रही हैं। चीन जाने वाले और वहां से आने वाले यात्रियों के लिए परामर्श जारी किया गया है। यह परामर्श स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
नोवेल कोरोना वायरस का ताजा मामला चीन के वुआन प्रांत में सामने आया। यहां पांच जनवरी को नोवेल कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस अभी विकसित हो रहा है। डब्ल्यूएचओ की प्राथमिक जांच से मिली जानकारी के मुताबिक, यह वायरस सी-फूड से जुड़ा है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। दुर्लभ स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन वायरस के मद्देनजर सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा कर रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार, आठ और 15 जनवरी को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) की अध्यक्षता में संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) की बैठक बुलाई गई थी। इसमें विभिन्न हितधारकों सहित (स्वास्थ्य तथा गैर स्वास्थ्य क्षेत्रों) तथा डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ के परामर्श के अनुसार स्थिति पर नजर रखी जा रही है। इस वायरस का मानव से मानव संक्रमण वैश्विक स्तर पर कम है। इसलिए सीमित मानव से मानव संक्रमण के तथ्य को भी ध्यान में रखा जा रहा है।