आइजोल: पिछले कुछ सालों में देश में कैंसर के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। बदलते हुए खान-पान और लाइफस्टाइल का असर लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रहा है। इस बीच एक ऐसी रिपोर्ट आई है, जो बताती है कि मिजोरम की राजधानी आइजोल के पुरुषों में कैंसर के मामलों की दर सर्वाधिक है। एक स्टडी में यह बात सामने आई कि देश में 2012 से लेकर 2016 तक के बीच पुरुषों में कैंसर की आयु भारित विस्तार दर मिजोरम के आइजोल जिले में सर्वाधिक रही।
आइजोल में सबसे ज्यादा मामले सामने आए
राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम (NCRP) 2012-2016 की रिपोर्ट के मुताबिक आइजोल जिले में प्रति एक लाख जनसंख्या में 269.4 की दर से पुरुषों में कैंसर के सर्वाधिक मामले सामने आए। आइजोल के बाद मेघालय के पूर्वी खासी हिल जिले में प्रति एक लाख जनसंख्या में 227.9 और असम के कामरूप (महानगर) में 213 पुरुषों में कैंसर के मामले सामने आए। मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में प्रति एक लाख जनसंख्या में 219.8 की दर से महिलाओं में कैंसर के सर्वाधिक मामले सामने आए।
क्या होती है कैंसर विस्तार दर?
कैंसर विस्तार दर (कैंसर इंसिडेंस रेट) प्रति एक लाख पर कैंसर के नए मामलों की संख्या होती है जबकि कैंसर की आयु भारित विस्तार दर (एज एडजस्टेड कैंसर इंसिडेंस रेट) विभिन्न आयु वर्ग में कैंसर के नए मामलों का आयु भारित औसत है। अध्ययन के अनुसार गैर एशियाई देशों के मुकाबले एशिया में आइजोल जिले में महिलाओं में फेफड़े का कैंसर होने की सर्वाधिक दर है और पुरुषों में पेट का कैंसर होने की दर भी सबसे ज्यादा है। तंबाकू से संबधित कैंसर होने के मामले भी भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे ज्यादा हैं।
सरकार उठा रही है बड़े कदम
इस बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान (NHM) के निदेशक डॉ एरिक जोमाविया ने कहा कि मिजोरम में कैंसर के सर्वाधिक मामले सामने आने के पीछे तंबाकू का अधिक प्रयोग और अव्यवस्थित जीवनशैली जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में कैंसर के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने NHM के तहत एक कार्यक्रम चलाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आइजोल में 500 करोड़ की लागत से कैंसर का एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल स्थापित करेगी।