नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिवाली के मौके पर राजधानी दिल्ली में मनाही के बावजूद भी लोग पटाखे जलाते नजर आए, यही वजह है कि दिल्ली के कई इलाकों में पीएम-10 का स्तर 999 तक पहुंच गया, चारों तरफ जहरीली धुंध की चादर जमी है। ये हाल तब है जब दिल्ली में एनजीटी ने 30 नवंबर तक दिल्ली में पटाखों की खरीदारी और जलाने पर बैन लगाया गया था, बावजूद इसके लोगों ने बैन को सीरियसली नहीं लिया और जमकर पटाखे जलाए। जिस वजह से दिल्ली में अब प्रदूषण की वजह से हालात बद से बदतर हो गए हैं। अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण का यही खतरनाक स्तर बना रहेगा और लोगों की सेहत से खिलवाड़ करता रहेगा।
दिवाली के बाद दिल्ली NCR से जो तस्वीरें सामने आई हैं वो बेहद परेशान करने वाली हैं। प्रदूषण से बेफिक्र लोगों ने खूब पटाखे जलाए जिससे राजधानी की हवा में जहर घुल गया है। हालात ये हैं कि चारों तरफ धुंध की चादर है, लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, आंखों में जलन की शिकायत होने लगी है, कुछ जगहों पर तो हालात इतने खराब हैं कि चंद कदम तक देखना मुश्किल हो गया है। दिल्ली NCR के ज्यादतर इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI सीरियस कैटेगरी में है। दिल्ली के कई इलाकों में PM 10 और PM 2.5 का लेवल तो सामान्य से 7 गुना हो गया है।
दिल्ली NCR में विभिन्न स्थानों का सुबह 7 बजे AQI- दिल्ली का अलीपुर- 497
- गाजियाबाद का लोनी- 498
- गाजियाबाद का इंद्रापुरम- 477
- गाजियाबाद का संजयनगर- 491
- दिल्ली का आनंद विहार- 478
- दिल्ली का अशोक विहार- 491
- दिल्ली का ITO- 461
- दिल्ली का नरेला- 494
- ग्रेटर नोएडा- 449
- गुरुग्राम का विकास सदन- 439
- फरीदाबाद का सेक्टर 16ए- 458
आपको बता दें कि
- 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा'
- 51 और 100 के बीच AQI को 'संतोषजनक'
- 101 और 200 के बीच AQI को 'मध्यम'
- 201 और 300 के बीच AQI को 'खराब'
- 301 और 400 के बीच AQI को 'बेहद खराब'
- और 401 से 500 के बीच AQI को 'गंभीर' माना जाता है...
अब क्योंकि दिल्ली NCR में प्रदूषण ने सारे मीटर तोड़ दिए हैं, प्रदूषण बोर्ड के मुताबिक अभी हवा में तेज़ी नहीं है इसलिए स्थिति खराब ही बनी रह सकती है, ऐसे में आप प्रदूषण से बचने के लिए ये उपाय कर सकते हैं।
- बहुत ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें
- चेहरे पर हर समय मास्क लगाकर रखें
- मॉर्निंग वॉक करने से बचें
- घर पर ही योग और कसरत करें
- फिजिकल एक्टिविटी वाली एक्सरसाइज से बचें
- क्रिकेट, हॉकी, साइकलिंग, मैराथन से परहेज करें
- पानी पीएं ताकि शरीर में ऑक्सीज़न की सप्लाई बनी रहे
- बच्चों को बाहर खेलने ना निकलने दें