नयी दिल्ली। राष्ट्रीय परिवाहक एयर इंडिया कोरोना वायरस संकट के बीच इटली की राजधानी रोम में फंसे भारतीय को निकालने के लिए शनिवार दोपहर को वहां 787 ड्रीमलाइनर विमान भेजेगा। केंद्र ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि भारत में एक हफ्ते की अवधि के लिए 22 मार्च से किसी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान के आगमन की अनुमति नहीं है। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि रोम के लिए विमान दिल्ली हवाईअड्डे से दोपहर करीब ढाई बजे उड़ान भरेगा। अधिकारी ने बताया कि विमान रोम में फंसे सभी भारतीयों को निकालेगा और रविवार सुबह दिल्ली लौटेगा।
भारत का एक मात्र मकसद लोगों को इटली से बाहर निकालना है, जहां कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा महामारी फैली हुई है। चीन से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी, जहां 3200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं, लेकिन इटली में हर दिन कई सौ लोगों की मौत से अब इटली में मृत्यु दर चीन से ज्यादा हो गया है। इससे पहले भी पिछले हफ्ते इटली में फंसे भारतीयों को लाने के लिए एयर इंडिया का विमान पहुंचा था। उस दौरान भारतीयों में कोरोना वायरस की जांच करने के लिए डॉक्टरों का एक दल भी रोम पहुंच गया था।
इटली में चीन से भी ज्यादा लोगों की मौत
कोरोना वायरस के कहर ने इटली में कोहराम मचा रखा है यहां इस वायरस की चपेट में 47,021 लोग आ चुके है वहीं मरने वाले लोगों की संख्या 4032 हो गई है जो कि चीन से भी ज्यादा है और ये सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। बीते शुक्रवार को इटली में इस खतरनाक वायरस ने 627 लोगों की जान ले ली। जितनी तेजी से इटली में मरने वालों का आंकड़ा सामने आ रहा है इसके साथ ही यहां चीन से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से दुनियाभर में 2 लाख 77 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 11,244 लोगों की मौत हो गई और 67,003 लोग ठीक हो चुके हैं।
बता दें कि इटली से एक खबर सामने आई है जिसके मुताबिक बताया जा रहा है कि शवों को दफनाने वाला कोई नहीं मिल रहा है। सेना के जवान अब इन शवों को दफन करने में लोगों की मदद कर रहे हैं। कोरोना वायरस के चलते इटली में हजारों कि संख्या में लोगों की जान जा चुकी हैं। हाल हीं में बीते कुछ दिन पहले इटली में 475 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले इटली में केवल एक दिन में 368 लोगों ने जान गंवाई थी। किसी भी देश में कोरोना वायरस से एक दिन में इतनी मौतें नहीं हुई हैं। एक खबर के मुताबिक बताया गया कि इटली के लोम्बार्डी के बेरगामो इलाको में हालात इतने ज्यादा खराब हो गए हैं कि सेना को बुलाना पड़ा ताकि यहां चर्च के बाहर रखे गए 65 ताबूतों को कब्रिस्तान तक ले जाया जा सके।