नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर में पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा चाक चौबंद करने के लिए एयर इंडिया ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के करीब पांच हजार जवानों को रात में विशेष उड़ानों के जरिए राज्य में पहुंचाया है। नई दिल्ली से श्रीनगर के लिए करीब रोजाना तीन विशेष उड़ानें संचालित की जा रही हैं, जिसमें सुरक्षा कर्मियों को वहां पहुंचाया जा रहा है।
एयर इंडिया इसके अलावा कोलकाता से भी 787 ड्रीमलाइनर संचालित कर रही है, जिसमें जवानों को कोलकाता से जम्मू एवं कश्मीर पहुंचाया जा रहा है। सप्ताह में दो दिन दिल्ली-लेह-दिल्ली के बीच विशेष विमान सेवा संचालित हो रही है, जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को पहुंचाया जा रहा है। इसी तरह सेना के जवानों के लिए अलग से विशेष उड़ानें संचालित की जा रही हैं। सेना के जवानों के लिए एयर इंडिया का विशेष विमान दिल्ली-लेह-चंडीगढ़ मार्ग पर भी संचालित किया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने इन विमानों की मांग की थी, जिसकी वजह से इसे नियमित उड़ान से हटा लिया गया और रात में श्रीनगर के लिए उड़ानें संचालित की जा रही हैं। पुलवामा हमले (14 फरवरी) के बाद केंद्र की आलोचना हुई थी कि जवानों को हवाई मार्ग से क्यों नहीं पहुंचाया गया। सड़क मार्ग का उपयोग क्यों किया गया, जबकि आतंकी हमले की आशंका रहती है।
जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों पर कड़ी नजर होने और सर्वोच्च न्यायालय में अनुच्छेद 35ए पर सुनवाई के मद्देनजर सुरक्षा पुख्ता की जा रही है। केंद्र ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 45 अतिरिक्त कंपनियां (करीब 135 जवान) भेजने का फैसला किया है। इसके साथ ही बीएसएफ की 35 कंपनियां और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 10-10 कंपनियां भेजी जाएंगी।
एयर इंडिया के विमानों के विशेष ड्यूटी में लगने की वजह से उसके संसाधन सीमित हो गए हैं। तकनीकी कारणों से उसके 17 विमान पहले ही उड़ान नहीं भर रहे हैं। निजी विमानन कंपनियों की उड़ानें भी कम हुई हैं। इथियोपिया में बोइंग 737-8मैक्स के दुर्घटनाग्रस्त होने एवं अन्य कारणों से जेट एयरवेज के 53 विमान उड़ान नहीं भर रहे। स्पाइसजेट के 12 विमान उड़ान नहीं भर रहे और इंडिगो की 30 उड़ानें पायलटों की कमी से उड़ान नहीं भर रहीं।