हैदराबाद. पूरा देश दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया हुआ है। इन इलाकों में कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुए हैं, लेकिन कुछ लोग यहां छूट चाहते हैं और इसके लिए वो कोरोना वारियर्स को भिड़ने को भी तैयार है। ताजा मामला सामने आया है, हैदराबाद ओल्ड सिटी से, जहां AIMIM के विधायक कंटेनमेंट जोन में पहुंचकर निगम के अधिकारियों से भिड़े गए।
दरअसल सोमवार को हैदराबाद के ओल्ड सिटी इलाके में कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोग अचानक बेकाबू हो गए। दोपहर के समय ओल्ड मलक पेट इलाके के कंटोनमेंट ज़ोन में रहने वाले लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि हैदराबाद महानगर निगम के लोग उन तक जरूरत की चीजें नहीं पहुंचा रहे हैं, रमजान का वक्त है ऐसे में उन्हें कई सारी चीजों की जरूरत होती है लेकिन उनके बच्चों को दूध भी नहीं मिल पा रहा है।
इन लोगों ने मांग की कि कंटेनमेंट जोन के गेट को आंशिक रूप से खोला जाए ताकि वो बाहर निकल कर अपनी जरूरत का सामान खरीद सकें। हालांकि हैदराबाद महानगर निगम के अधिकारियों ने इन आरोपों को गलत ठहराया और कहा कि जिस भी व्यक्ति की तरफ से जरूरत के सामान की मांग की जा रही है, उन्हें वह चीजें मुहैया करवाई जा रही हैं। महानगर निगम के अधिकारियों और कंटेनमेंट ज़ोन के अंदर लोगों के बीच बहस शुरू हुई तो वहां पर मलक पेट इलाके के विधायक और एआईएमआईएम के नेता अहमद बलाला पहुंच गए उन्होंने भी अपना सारा गुस्सा जीएचएमसी के अधिकारियों पर उतारा।
निगम अधिकारी से तकरार के दौरान अहमद बलाला ने तो यहां तक कह दिया कि इन लोगों के जरूरत की सारी चीजें वे खुद पहुंचा रहे हैं, जिला प्रशासन या फिर महानगर निगम की तरफ से उन्हें किसी भी तरह की मदद नहीं दी जा रही है। जंगले के अंदर इन लोगों को फंसा कर जू बना दिया गया है, जो सिर्फ यहां पर आने वाले वीआईपी लोगों को दिखाया जाता है। इसके अलावा जीएचएमसी कुछ भी नहीं कर रही है। इन आरोपों के बाद निगम अधिकारी और विधायक के बीच में भी बहस हो गई। लोगों की कंटेनमेंट इलाके के गेट खोलने की मांग को महानगर निगम के अधिकारियों ने साफ मना कर दिया।
कुछ स्थानीय लोगों की मानें तो लोगों के आरोप पूरी तरह ठीक नहीं हैं। महानगर निगम की तरफ से कंटेनमेंट इलाकों में जरूरत की चीजें पहुंचाने के लिए खास ड्राइव चलाया गया है इसमें पुलिस की भी मदद ली जा रही है। क्योंकि हैदराबाद रेड जोन में है और यहां पर डेढ़ सौ से ज्यादा कंटेनमेंट इलाके हैं। इसीलिए हो सकता है कि कुछ लोगों तक जरूरत का सामान समय पर नहीं पहुंच पाए।
कोरोना का संक्रमण शहर भर में न फैल जाए इसीलिए महानगर निगम ने कंटेनमेंट इलाके को पूरी तरह से सील किया है। एंट्रेंस पर ग्रिल लगाकर उसे बंद कर दिया है ताकि वहां से लोग बाहर ना निकल पाए रमजान के दौरान जाहिर तौर पर लोगों को मुश्किल हो रही है लेकिन फिलहाल महानगर निगम के अधिकारियों के पास इसके अलावा और कोई विकल्प भी नहीं बचा है।