भरूच: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का अंतिम संस्कार गुजरात के भरूच जिले में उनके पैतृक गांव पीरामन में किया जाएगा। यह जानकारी उनके एक सहयोगी ने दी। पटेल के निधन की खबर मिलने के बाद पीरामन गांव के निवासियों ने स्थान के विकास में उनके योगदान को याद किया और कुछ ने कहा कि वह उनके लिए ‘‘पिता तुल्य’’ थे। यह गांव अंकलेश्वर तालुका में पड़ता है।
कांग्रेस के स्थानीय नेता और पटेल के निकट सहयोगी नाजुभाई फदवाला ने कहा कि पटेल ने इच्छा जताई थी कि उनका अंतिम संस्कार भरूच के पीरामन गांव में उनके माता-पिता की कब्र के पास ही किया जाए। कांग्रेस के वर्षों तक रणनीतिकार रहे पटेल (71) का बुधवार को निधन हो गया। वह कुछ हफ्ते पहले कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे और उपचार के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद दिया था।
फदवाला ने कहा कि उनके पार्थिव शरीर को शाम तक गांव में लाया जाएगा और अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक अंतिम संस्कार होगा। उन्होंने कहा, ‘‘अहमद भाई की अंतिम इच्छा थी कि पीरामन में उनके माता-पिता की कब्र के पास उनका अंतिम संस्कार किया जाए। वह अपने गांव से बहुत जुड़े हुए थे और अकसर यहां आते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह अपने माता-पिता के बेहद करीब थे, खासकर अपनी मां से और जब भी पीरामन आते थे तो काफी समय तक मां की कब्र के पास बैठे रहते थे।’’ उन्होंने कहा कि उचित सामाजिक दूरी के साथ अंतिम नमाज के लिए मैदान तैयार किया जा रहा है।
स्थानीय निवासी सुलेमान पटेल ने कहा कि कांग्रेस नेता के निधन की खबर से पूरा गांव दुखी है। उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरे पिता की तरह थे। पूरा गांव दुखी है।’’ एक अन्य ग्रामीण गणेशभाई ने कहा कि अहमद पटेल के निधन की खबर सुनकर वह दुखी हैं।