नई दिल्ली: भारत ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान और चीन के बीच बातचीत पर कड़ा जवाब दिया है। भारत ने साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और चीन इससे अच्छी तरह वाकिफ है। भारत ने ये भी कहा कि दुनिया के देशों को हमारे आंतरिक मामलों पर बयान देने से बचना चाहिए। गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा शुरू होने में अब कुछ घंटे का ही वक्त रह गया है।
बीजिंग में इमरान खान के साथ जिनपिंग के मुलाकात की तस्वीरों और मुलाकात के बाद आए चीन के बयान पर हंगामा खड़ा हो गया है जिसपर भारत ने कड़ा जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, “हमने शी जिनपिंग की इमरान खान के साथ बैठक के बारे में खबर देखी है, जिसमें कश्मीर पर उनके बीच हुई चर्चा का भी जिक्र किया गया है। भारत का लगातार और स्पष्ट रुख रहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। चीन हमारे रुख से अच्छी तरह से वाकिफ है। भारत के आंतरिक मामलों पर अन्य देश टिप्पणी नहीं करें।“
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कुछ ऐसा ही सख्त जवाब पिछले दिनों मलेशिया को भी दिया था जब उसने कश्मीर को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हाल के डेवलपमेंट्स पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है और इसमें किसी तीसरे देश का हस्तक्षेप नहीं है। मलेशिया की सरकार को हमारे दोस्ताना रिश्ते को ध्यान में रखना चाहिए और उसे इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए।
अब चीन को भी भारत ने ऐसा ही कड़ा जवाब दिया है। दरअसल, भारत को ये कड़ा जवाब तब देना पड़ा जब चीनी मीडिया में कश्मीर को लेकर चीन का एक बयान सामने आया। पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर इमरान खान फंड की उम्मीद में भागे-भागे बीजिंग पहुंचे थे। वहां उनकी मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई। खबर के मुताबिक इसी मुलाकात के दौरान चीन के राष्ट्रपति ने यह बयान दिया।
जिनपिंग ने कहा, “कश्मीर के ताजा हालात पर चीन नजर बनाए हुए है और हमें उम्मीद है कि संबद्ध पक्ष शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये मुद्दे का हल कर सकते हैं। चीन और पाकिस्तान रणनीतिक साझेदार हैं। अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति में बदलाव आने के बावजूद चीन-पाकिस्तान की दोस्ती मजबूत बनी रहेगी।“ चीनी राष्ट्रपति शी ने कहा कि चीन हमेशा पाकिस्तान को कूटनीति में प्राथमिकता देता है। चीन हरदम पाकिस्तान का समर्थन करता है।
चीन के इस बयान से बाग-बाग इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान समर्थन और मदद के लिए चीन का शुक्रिया अदा करता है और पाकिस्तान चीन के साथ संबंधों को मजबूत करना चाहता है। हालांकि कश्मीर को लेकर चीन का ये बयान 24 घंटे पहले दिए उसके बयान से बिलकुल अलग है जिसमें चीन ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे को नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच ही हल किया जाना चाहिए।