नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ न सिर्फ अगले चुनाव में भाजपा को दूसरी शानदार जीत दिलाने के लिए तैयार हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश के लगभग आधे निवासियों का मानना है कि नरेंद्र मोदी के बाद योगी आदित्यनाथ ही प्रधानमंत्री बनने के काबिल हैं। आईएएनएस सी-वोटर ट्रैकर के मुताबिक, सर्वेक्षण में 49.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि नरेंद्र मोदी के बाद योगी प्रधानमंत्री बनने में सक्षम हैं। दिलचस्प बात यह है कि जहां 63.5 प्रतिशत भाजपा समर्थकों ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर योगी को अपना समर्थन दिया, वहीं 42.9 फीसदी बसपा समर्थकों, 21.7 फीसदी सपा समर्थकों और 24.4 फीसदी कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ का समर्थन किया।
योगी के लिए लव जिहाद कैम्पेन, नौकरशाही पर नजर रखना और अपराध व भ्रष्टाचार से लड़ने जैसी बातें उनके पक्ष में रही हैं। लोकप्रियता के मामले में वह उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती से आगे हैं। रोजगार के नए अवसर दिलाने को योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जाता है और इसके बाद अपराध पर नकेल कसने से संबंधित मुद्दा दूसरे नंबर पर है।
हालांकि सर्वेक्षण में अधिकतर उत्तरदाता भाजपा सरकार द्वारा अपने चुनावी वादों को पूरा किए जाने के सवाल के पक्ष में नहीं दिखे। लोगों से जब पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि मुख्यमंत्री योगी ने चुनाव से पहले अपने किए वादे पूरे किए हैं? 45.7 प्रतिशत ने इसका जवाब 'ना' में दिया।
रोजगार के नए अवसर दिलाने, बुनियादी ढांचे के निर्माण में और अपराध व भ्रष्टाचार को रोकने में योगी आदित्यनाथ, अखिलेश और मायावती से कहीं आगे हैं और इसी की तर्ज पर उन्हें इन तीनों में सर्वश्रेष्ठ सीएम के रूप में देखा जाता है।