छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में एक्जिट पोल के नतीजे आने से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों उत्साहित हैं। राज्य में दोनों दलों ने जीत का दावा किया है। एक्जिट पोल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने कहा कि पिछले तीन चुनावों में हार चुकी कांग्रेस पार्टी के असफल और सर्वाधिक विवादास्पद अध्यक्ष का तमगा हासिल करने जा रहे भूपेश बघेल चुनाव आयोग, चुनावी प्रक्रिया सहित जनता को भी सशंकित नजरों से देखते हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ही उल जलूल बयान देकर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे भूपेश बघेल आज भी यह मानने को तैयार नही हैं कि कांग्रेस पार्टी को छत्तीसगढ़ में चौथी बार हार का सामना 11 दिसम्बर को करना पड़ेगा। सभी राष्ट्रीय चैनलों में दिखाये गए एग्जिट पोल इसकी पुष्टि कर रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि जनता द्वारा नकार दिये गये भूपेश बघेल और उनकी पार्टी किसानों को भ्रम में रखकर सत्ता सुख हासिल करना चाहती थी। इसके लिए अनुचित और असंवैधानिक कदम उठाये जाने का संकेत देती रही लेकिन छत्तीसगढ़ के अन्नदाता अपनी प्रबुद्ध जागरूकता का परिचय देते हुए इनके झांसे में नहीं आए और इन्हें सिरे से नकार दिया, परिणाम के संकेत यही स्पष्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हार और हार की बौखलाहट को अनुचित आरोपों से नकारने का प्रयास कर रहे भूपेश बघेल 11 तारीख के बाद अपने होने वाले हश्र से चिंतित हैं।
इधर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि एक्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त स्पष्ट दिखाई दे रहा है। मतगणना के दिन 11 दिसंबर को कांग्रेस और ज्यादा सीटें जीतेगी और दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी। त्रिवेदी ने कहा कि प्रथम चरण और द्वितीय चरण का मतदान पूरा होने के बाद जिस प्रकार से किसानों ने धान बेचने में रुचि नहीं दिखाई है इससे किसानों ने तो पहले ही छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन का स्पष्ट संकेत दे दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कर्ज माफी और धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए करने के संकल्प पर जनता ने विश्वास किया है तथा 15 साल के कुशासन, भ्रष्टाचार में संलिप्त भाजपा सरकार के खिलाफ मतदान किया है।
छत्तीसगढ़ में 90 सीटों के लिए दो चरणों में 12 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान कराया गया था। इस महीने की 11 तारीख को मतों की गिनती होगी।
राज्य में राजीतिक दलों की जीत हार को लेकर शुक्रवार को विभिन्न समाचार चैनलों ने अपना सर्वे रिपोर्ट एक्जिट पोल पेश किया। हालांकि राज्य में जीत हार को लेकर चैनलों की अलग-अलग राय है। मंगलवार को आने वाले नतीजों से ही साफ होगा कि छत्तीसगढ़ में किसकी सरकार बन रही है।