नई दिल्ली: श्रीनगर के लाल चौक पर आज सुबह तिरंगा फहराने को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। शिवसैनिकों ने लाल चौक पर तिरंगा फहराने की कोशिश की। इससे पहले ही उनको हिरासत में ले लिया गया। बता दें कुछ दिन पहले फारूक अब्दुल्ला ने लाल चौक पर तिरंगा फहराने की चुनौती दी थी। इसी चुनौती का जवाब देने के लिए जम्मू से शिवसैनिक लाल चौक पर पहुंचे। इनके हाथ में तिरंगा था लेकिन झंडा फहराते इससे पहले ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था पीओके तो दूर पहले श्रीनगर में तो झंडा फहरा कर देखो।
फारूक ने कहा था कि वे (केंद्र और भाजपा) पीओके में झंडा फहराने की बातें कर रहे हैं। मैं उनसे कहता हूं कि वे पहले श्रीनगर के लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहराएं। वे ऐसा कर नहीं सकते और पीओके की बातें करते हैं।' अपनी टिप्पणी के बचाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने कहा, 'अगर आप सच सुनना पसंद नहीं करते तो भुलावे में ही रहें। सच यह है कि पीओके हमारा हिस्सा नहीं है और यह (जम्मू-कश्मीर) उनका (पाकिस्तान का) हिस्सा नहीं है। यह सच है।'
यह पूछे जाने पर कि क्या वह ऐसी टिप्पणियां करके भारतीय संवेदनाओं को आहत नहीं कर रहे, उन्होंने कहा, 'भारतीय संवेदना क्या होती है? क्या आप यह सोच रहे हैं कि मैं भारतीय नहीं हूं?' उन्होंने आगे कहा, 'आप किनकी संवेदनाओं की बात कर रहे हैं? उन दुष्टों के बारे में जिन्हें हमारी तकलीफें नहीं दिखाई देतीं? जो सीमा पर रहने वाले लोगों की तकलीफें नहीं देखते? जब गोले बरसने शुरू होते हैं तो उन्हें कैसी तकलीफ से गुजरना पड़ता है।'
इस पर भाजपा ने फारूक की टिप्पणी की आलोचना की। पार्टी नेता और राज्य के उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि नैशनल कॉन्फ्रेंस अलगाववादियों और आतंकवादियों को मजबूत कर रही है। लाल चौक सहित राज्य के हर हिस्से में तिरंगा फहराया जा रहा है।