नई दिल्ली: बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और ओडिशा में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को वायरस का संक्रमण रोकने और मृत्यु दर एक प्रतिशत से नीचे रखने के लिए नए सिरे से प्रयास करने को कहा है। इन राज्यों में लॉकडाउन को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर दिया है कि संक्रमण के मामलों का जल्द पता लगाने और मृत्यु दर कम करने के लिए पाबंदी का इस्तेमाल निषिद्ध क्षेत्र पर ध्यान देने, संक्रमण के ज्यादा मामले वाले क्षेत्रों में जांच और निगरानी बढ़ाने के वास्ते किया जाए।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने इन राज्यों के प्रधान सचिवों (स्वास्थ्य) को इस संबंध में एक पत्र लिखा है । इसमें कहा गया है कि नए मामलों के कम से कम 80 प्रतिशत संपर्क का पता लगाना और संक्रमण की पुष्टि होने पर 72 घंटे के भीतर पृथक-वास करना सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक कार्यालय पत्र के मुताबिक केंद्र ने महामारी से निपटने की दिशा में समन्वय और समीक्षा को लेकर बिहार के लिए एक बहु-विषयक टीम भी तैनात करने का फैसला किया है।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार सुबह 8 बजे से शनिवार सुबह 8 बजे तक देशभर में कुल 34884 नए कोरोना वायरस मामले सामने आए हैं और देश के कुल कोरोना मामलों का आंकड़ा बढ़कर 10,38,716 हो गया है। पिछले 24 घंटे के दौरान देशभर में कोरोना वायरस की वजह से 668 लोगों की जान गई है। अबतक यह जानलेवा वायरस पूरे देश में 26273 लोगों की मौत का कारण बन चुका है।
हालांकि देश में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है और कोरोना वायरस का रिकवरी रेट 63 प्रतिशत के ऊपर बना हुआ है। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस से 17994 लोग ठीक हुए हैं और अबतक इस वायरस से देश में 653750 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए रिकॉर्डतोड़ टेस्टिंग हो रही है। शुक्रवार को देशभर में 3.61 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए हैं जो एक दिन में हुए सर्वाधिक कोरोना टेस्ट हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार अबतक देश में कुल 1.34 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं। दुनियाभर में अमेरिका और रूस के बाद भारत सबसे ज्यादा टेस्टिंग करने वाला देश है।