नई दिल्ली: महात्मा गांधी और मंडेला के विचारों को पूरे विश्व में पंहुचाने वाली संस्था गांधी मंडेला फाउंडेशन के तत्वाधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश बाला कृष्णन और गांधी मंडेला फाउंडेशन संस्था के अमेरिकी शाखा के चेयरमैन लुफ्ती हस्सन ने भी हिस्सा लिया। हस्सन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कमला हारिस के सलाहकार भी रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने गांधी मंडेला फाउंडेशन के उद्देश्य और संदेश को विश्व के समस्त देशों में पहुँचने पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा "मेरा काम युवा पीढ़ी, मेरे बच्चों, मेरे पोते और आने वाली पीढ़ियों को भी इस संस्था में शामिल करने का होगा, मैं चाहूंगा कि उन्हें पता चले कि गांधी मंडेला फ़ाउंडेशन क्या है और उन्हें इस संस्था के विस्तार की ज़िम्मेदारी देना चाहता हूँ। मैं यहां बहुत सारे युवाओं को देखता हूं, जो इस अंतर्राष्ट्रीय संस्था का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्साहित हैं, इसलिए इसी तरह मैं संयुक्त राज्य में इसका विस्तार करना चाहता हूं और इस मिशन को आगे बढ़ाऊंगा।”
कार्यक्रम में मुख्य संचालक और संस्था के महा सचिव नंदन झा और संस्था के मुख्य चयनकर्ता भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश माननीय केजी बालाक्रिश्नन और जामा मस्जिद के अध्यक्ष बुख़ारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में संस्था में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई और इस क्रम में राष्ट्रपति से सम्मानित नॉएडा के उभरते उद्यमी अभिनव सिंह को गांधी मंडेला फ़ाउंडेशन का सह सचिव भी नियुक्त किया गया।
अपनी नियुक्ति के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अभिनव सिंह ने कहा कि वह विश्व के दो महान विभूतियों के विचारों को पुरे विश्व में पंहुचाने का प्रयास करेंगे तथा संस्था के मूल उद्देश्यों को लोगो तक पहुचाएंगे। उन्होंने संस्था के महासचिव नंदन झा तथा अन्य पदाधिकारियों के प्रति अपना आभार भी व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि गांधी मंडेला फाउंडेशन के संयुक्त राज्य अमेरिका के अध्यक्ष लफ़ती हसन, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन और जामा मस्जिद के अध्यक्ष इमाम भुखारी के सानिध्य में गांधी मंडेला फाउंडेशन को एक नई ऊँचाइयों तक निश्चित रूप से ले जाने का सफल प्रयास करेंगे। अभिनव सिंह ने गांधी मंडेला फ़ाउंडेशन के अंतर्राष्ट्रीय टीम को बहुत धन्यवाद और बधाई दीं।