"निशा आज भी याद करते हुए कांप जाती है जब उसे पहली बार पता चला था स्कूल में आरुषि की हत्या के बारे में। टुकड़ों में खबर मिल रही थी। कोई कह रहा था सड़क हादसे में मारी गई। कोई कह रहा था हत्या हो गई है। चौदह साल की एक बच्ची का कौन दुश्मन हो सकता है।"
"निशा आज भी याद करते हुए कांप जाती है जब उसे पहली बार पता चला था स्कूल में आरुषि की हत्या के बारे में। टुकड़ों में खबर मिल रही थी। कोई कह रहा था सड़क हादसे में मारी गई। कोई कह रहा था हत्या हो गई है। चौदह साल की एक बच्ची का कौन दुश्मन हो सकता है।"
संपादक की पसंद