नई दिल्ली: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और कई वामपंथी कार्यकर्ताओं के भागीदारी करने से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने रविवार को प्रदर्शन मार्च का आयोजन किया लेकिन प्रधानमंत्री के आवास सात , लोक कल्याण मार्ग तक आप कार्यकर्ता नहीं पहुंच पाए। पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा दो कैबिनेट सहयोगियों के उपराज्यपाल कार्यालय में धरना देने के बीच आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंडी हाउस से मार्च निकाला लेकिन संसद मार्ग थाने पर उन्हें रोक दिया गया। मार्च में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और केजरीवाल की कैबिनेट में सहयोगी कैलाश गहलोत और राजेन्द्र पाल गौतम सहित लगभग सभी प्रमुख चेहरे मौजूद थे। मार्च लगभग दो घंटे तक चला और पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि 45 हजार से अधिक लोगों ने इसमें हिस्सा लिया।
मार्च शांतिपूर्ण रहा जिस दौरान किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। इस दौरान आप कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ नारेबाजी की। मार्च के दौरान ट्वीट करते हुए केजरीवाल ने कहा कि लोग ‘‘ आहत और पीड़ित ’’ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दिल्ली सरकार को काम करने देने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट किया , ‘‘ सर , न केवल दिल्ली बल्कि पूरा देश आपसे अपील करता है कि कृपया निर्वाचित सरकार को काम करने दीजिए और इन आईएएस अधिकारियों की हड़ताल खत्म करवाइए। लोग आहत और पीड़ित महसूस कर रहे हैं। ’’ आप के साथ एकजुटता दिखाते हुए माकपा सुप्रीमो येचुरी भी मंडी हाउस पर मार्च में शामिल हुए। उन्होंने कहा , ‘‘ आज प्रधानमंत्री आवास तक निकाले गए मार्च में शामिल हो रहा हूं ताकि केंद्र की भाजपा सरकार संविधान के मूलभूत तत्व संघवाद को जिस तरीके से कमतर कर रही है उसकी घोर निंदा की जा सके। ’’ मार्च में हिस्सा लेने वाले आप के अन्य प्रमुख नेताओं में राघव चड्ढा , आतिशी मार्लेना , दिलीप पांडेय के अलावा पार्टी के कई विधायक और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता थे।