नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े मामलों को कोर्ट में लड़ने वाले वरिष्ठ वकील और एच एस फुल्का ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी सिख दंगों के मुद्दे को छोड़ चुकी है और इस बारे में वह बात करना भी पसंद नहीं करती। उन्होंने कहा कि 84 के सिख दंगों के मुद्दे को हर चुनाव में उठाना उनकी रणनीति है और वह देश को यह मुद्दा भूलने नहीं देंगे।
ज्ञात रहे कि आम आदमी पार्टी के नेता सतिंदर जैन ने एच एस फुल्का पर मतलबी होने का आरोप लगाया था, लुधियाना में एक रैली के दौरान सतिंदर जैन ने कहा था कि फुल्का मतलबी हैं और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ डील कर ली है। इसपर एच एस फुल्का ने गुरुवार को कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सिख दंगों को मुद्दा बनाया था और इस मुद्दे पर 4 सीटों पर जीत प्राप्त की थी, लेकिन इस बार अपनी गलतियों को छुपाने के लिए आम आदमी पार्टी उनपर आरोप लगा रही है।
एच एस फुल्का पहले आम आदमी पार्टी के नेता थे और वह पंजाब विधानसभा में विपक्ष दल के नेता भी थे, लेकिन सिख दंगों से जुड़े मामलों पर ध्यान देने के लिए उन्होंने इस पद और आम आदमी पार्टी को छोड़ दिया है। अब आम आदमी पार्टी एच एस फुल्का पर मतलबी होने का आरोप लगा रही है।