![Anti-CAA protests, Anti-CAA protests Delhi, Anti-CAA protests Delhi AAP, Amanatullah Khan, Jamia Mil](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक-दूसरे पर हिंसा को लेकर आरोप लगाया है। बीजेपी ने हिंसा के लिए AAP को जिम्मेदार ठहराया और मांग की कि वह ‘लोगों को उकसाना’ बंद करे। हालांकि, AAP ने इससे इनकार किया। इस बीच, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को आरोप लगाया कि BJP ने CAA के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली में एक प्रदर्शन के दौरान बसों को आग लगाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया।
सिसोदिया ने विरोध स्थल की कुछ तस्वीरें भी ट्विटर पर पोस्ट कीं। उपमुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में BJP पर ‘गंदी राजनीति’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि AAP के विरोध के दौरान भड़की हिंसा की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। दिल्ली BJP प्रमुख मनोज तिवारी ने एक ट्वीट में कहा कि AAP के एक विधायक जनता को ‘उकसा’ रहे थे। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘गद्दार’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल के इशारे पर AAP का विधायक जनता को भड़का रहा है। भारत का मुसलमान भारत के साथ है, तुम जैसे गद्दारों की बातों में आने वाला नहीं। लोगों को उकसाना बंद करो। दिल्ली की जनता गद्दारों को सबक सिखाएगी। AAP का पाप सामने आ रहा है।’
हालांकि ओखला विधायक अमानतुल्ला खान जिनकी तरफ तिवारी का इशारा था, उन्होंने आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘कुछ टीवी चैनलों ने खबरें चलाईं हैं कि मेरे नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने बसों को आग लगाई जो कि गलत है। मैंने शाहीन बाग के पास प्रदर्शन किया जहां कुछ भी नहीं हुआ।’ BJP नेता कपिल मिश्रा ने हिंसा की तुलना गोधरा हमलों से की और AAP सरकार पर इसके पीछे होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘यह एक आतंकवादी हमला है। किसी बस को आग लगाना जिसमें एक CNG सिलेंडर है, का मतलब है कि किसी बड़े विस्फोट की साजिश थी। आप इसे एक आतंकवादी हमला नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे? यह अमानतुल्ला खान द्वारा शुरू किया गया था। वे दिल्ली में गोधरा घटना को दोहराना चाहते हैं।’
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी तरह की हिंसा अस्वीकार्य है और प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहने चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘किसी को भी हिंसा में लिप्त नहीं होना चाहिए। किसी भी तरह की हिंसा अस्वीकार्य है। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहने चाहिए।’ प्रदर्शन नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहा था जिसमें 3 पड़ोसी देशों से आए गैर मुस्लिमों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है, जो धार्मिक प्रताड़ना की वजह से भारत आए हैं। (भाषा)
वीडियो: जामिया में हुई हिंसा के पीछे कौन है?