नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एसएन प्रधान ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम चक्रवात अम्फान से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जल्द ही पश्चिम बंगाल और ओडिशा का दौरा करेगी। उन्होंने कहा कि पश्चित बंगाल में मरने वालों व घायलों की संख्या बढ़ सकती है। प्रधान ने कहा कि ओडिशा में नुकसान कम हुआ है। 24 से 48 घंटों में ओडिशा के जिलों में जीवन सामान्य हो जाएगा। राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) का आदान-प्रदान गृह मंत्रालय की टीम के ग्राउंड सर्वे के बाद निर्धारित किया जाएगा।
प्रधान ने कहा कि पश्चिम बंगाल में नुकसान ज्यादा हुआ है। इसका भी ग्राउंड सर्वे भारत सरकार की टीम द्वारा किया जाएगा। मुख्य सचिव बंगाल ने अतिरिक्त 4 एनडीआरएफ की टीमों की मांग की है। अभी उनके पास 21 टीमें हैं। इन चार टीमों को हवाई जहाज द्वारा भेजा जा रहा है।
प्रधान ने कहा कि प. बंगाल के प्रमुख सचिव ने बताया कि पांच लाख लोग जो शेल्टर होम में हैं उन्हें अभी भी शेल्टर में ही रहने की हिदायत दी गई है क्योंकि रास्तों में तारें, पेड़ गिरे हुए हैं और साथ ही उनके घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं इसके लिए उनका घर जाना सुरक्षित नहीं है। उन्होंने बताया कि ओडिशा में 2लाख लोग शेल्टर होम्स में थे इनमें से काफी लोगों ने देर शाम और आज सुबह से लौटना शुरू कर दिया है क्योंकि वहां स्थिति सामान्य हो गई है और वातावरण भी ठीक है।
प्रधान ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवात अम्फान के संबंध में एकदम सही और सटीक भविष्यवाणी की थी। सभी एजेंसिां जमीनी स्तर पर बेहतर काम कर रही हैं। आईएमडी के सटीक अनुमान की वजह से नुकसान को न्यूनतम करने में काफी मदद मिली है।