नई दिल्ली: इजरायल का बेबी मोशे नौ साल बाद मुंबई पहुंच गया है। उसके साथ उसके दादा और नैनी भी मुंबई आएं हैं। मोशे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद न्योता दिया था, जब वो पिछले साल इजरायल दौरे पर गए थे। मोशे वही मासूम बच्चा है जिसके माता-पिता मुंबई आतंकी हमले में मारे गए थे और वो बच गया था। घटना के वक्त मोशे की उम्र सिर्फ 2 साल थी और वो अपने माता-पिता की डेड बॉडी के पास रोता मिला था। मुंबई पहुंचा मोशे आज नरीमन हाउस जाएगा। मुंबई हमले के बाद नरीमन हाउस को नया लुक दिया गया है।
मोशे अपने दादा रब्बी होल्ज़टबर्ग नचमैन का हाथ पकड़कर एयरपोर्ट से बाहर निकला। उसके दादा ने कहा कि मैं पहले भी कई बार मुंबई आ चुका हूं। उन्होंने कहा कि मोशे खुश है। उन्होंने कहा कि यह बहुत स्पेशल डे है और भगवान का शुक्र है मोशे दोबारा से यहां आया। उन्होंने कहा कि मुंबई पहले से काफी सुरक्षित है। यहां उसके स्वागत के लिए ख़ास तैयारियां की गई हैं। मुंबई में नरीमन हाउस के साथ-साथ गेटवे ऑफ़ इंडिया और ताज होटल घूमने जाएगा।
मोशे को मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए उस आतंकवादी हमले की याद नहीं है जब दहशतगर्दों ने मुंबई में यहूदियों के ठिकाने नरीमन हाउस में बेगुनाहों को मौत के घाट उतार दिया था। इसी में मोशे के मां बाप रिविका और गवराइल मारे गए थे। मासूम मोशे को उसकी मां ने हिंदी सिखायी थी। उसे अब 30 तक गिनती आती है। हालांकि, मोशे को मुंबई की वो जगहें अब याद नहीं है, जहां वो अपने दोस्तों के साथ खेला करता था, और जहां उसने अपनों को खो दिया था।
कभी-कभी मोशे की स्मृतियों में मुंबई की धुंधली तस्वीर ज़रूर आ जाती है। मुंबई आतंकी हमलों के बाद मोशे अपनी नानी और नाना के साथ इज़राइल चला गया था। उसके साथ उसकी देखभाल करने वाली उसकी नैनी सैंड्रा सैमुएल्स भी चली गई। सैंड्रा तब से लेकर अब तक इज़राइल में ही रहती है।