गुवाहाटी. असम के गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर रविवार को ट्रेन से एक कथित भारतीय तस्कर के साथ नौ संदिग्ध रोहिंग्या प्रवासियों को हिरासत में लिया गया। यह जानकारी राजकीय रेलवे पुलिस सूत्रों ने दी। यह घटना करीमगंज जिले के बदरपुर रेलवे स्टेशन पर 15 संदिग्ध रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद सामने आयी है।
हिरासत में लिये जाने वालों में एक बच्चा भी शामिल था। ये सभी बदरपुर रेलवे स्टेशन पर अगरतला-देवधर एक्सप्रेस में सवार हुए थे और इनका कहना था कि ये सभी कश्मीर जा रहे हैं। संदिग्ध तस्कर कथित तौर पर उन्हें कश्मीर में मजदूरों के रूप में काम पर ले जा रहा था। एक सूत्र ने कहा, "नौ लोग रोहिंग्या प्रवासी होने का दावा कर रहे हैं। हम अधिक जानकारी के लिए उनसे पूछताछ कर रहे हैं।"
आपको इससे एक दिन पहले असम के करीमगंज रेलवे स्टेशन पर जिन 15 अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों को हिरासत में ले लिया गया था, वो न्यू जलपाईगुड़ी से कंचनजंगा एक्सप्रेस के जरिए यहां पहुंचे थे। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को उन्होंने बताया कि वे लोग त्रिपुरा जाने के लिए बदरपुर-अगरतला एक्सप्रेस में सवार होने वाले थे। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने दावा किया कि वे उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से यहां आए हैं और त्रिपुरा जा रहे हैं।
सरकार अवैध रोहिंग्या प्रवासियों को बता चुकी है देश की सुरक्षा के लिए खतरा
सरकार ने 20 जुलाई को लोकसभा में कहा कि अवैध रोहिंग्या प्रवासी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इस तरह की खबरें हैं कि उनमें से कुछ गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं।बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्य रितेश पांडेय के प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, "अवैध प्रवासी (रोहिंग्या समेत) राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। कुछ रोहिंग्या प्रवासियों के गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त रहने की खबरें हैं।"
राय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में एक रिट याचिका दाखिल कर अनुरोध किया गया है कि रोहिंग्या लोगों को भारत से निर्वासित नहीं किया जाए। उन्होंने कहा, "मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है। हालांकि अदालत ने रोहिंग्या के निर्वासन पर कोई स्थगन आदेश नहीं दिया है।"