रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन प्रहार में 9 नक्सलियों को मार गिराया। इस दौरान 2 पुलिस जवान भी शहीद हुए हैं। राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डी एम अवस्थी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुकमा जिले के किस्टाराम और चिंतागुफा थाना क्षेत्र में पुलिस दल ने मुठभेड़ में नौ नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में DRG के दो जवान डेरदो रामा और माड़वी जोगा शहीद हो गए।
अवस्थी ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत रविवार को ऑपरेशन प्रहार-4 शुरू किया गया। इस अभियान में STF, DRG और CRPF की कोबरा बटालियन के जवान शामिल हैं। इस अभियान में STF की दो टीम, DRG सुकमा की 10 टीम, और कोबरा की 4 टीमों को मिलाकर 1200 जवानों ने हिस्सा लिया। इसके साथ तेलंगाना के 150 जवान भी थे।
उन्होंने बताया कि ये अभियान माओवादियों के बटालियन नंबर एक के कोर क्षेत्र साकलेर, टोंडामरका और सालेतोंग में चलाया गया था। ये स्थान सुकमा, बीजापुर और कोत्तागुड़ेम (तेलंगाना) के त्रिकोण में स्थित है। अधिकारी ने बताया कि दल जब क्षेत्र में पहुंचा तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की।
उन्होंने बताया कि ये मुठभेड़ लगभग डेढ़ घंटे तक जारी रही। नक्सलियों के पास से बोल्ट एक्शन गन, 315 बोर रायफल समेत कुल 10 हथियार, बम और अन्य सामान बरामद किया है। मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों की पहचान डिविजनल कमेटी सदस्य ताती भीमा और महिला नक्सली पोड़ियम राजे के रूप में की गई है। दोनों के सर पर आठ लाख रूपए का ईनाम घोषित है।
उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में कोबरा बटालियन के दल ने ऐलमागुंडा गांव के करीब एक नक्सली को मार गिराया है। इस तरह पुलिस दल ने कुल नौ नक्सलियों को मार गिराया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुकमा जिले के साकलेर क्षेत्र में भारतीय वायु सेना द्वारा MI-17 हेलीकॉप्टर को उतारकर मारे गए माओवादियों और शहीद जवानों के शवों को बाहर निकाला गया है।
अवस्थी ने बताया कि राज्य के नक्सल प्रभावित कोर क्षेत्रों सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर के संवेदनशील इलाकों में पिछले दो सालों में माओवादियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया गया है। इसी कड़ी में ऑपरेशन प्रहार-4 किया गया।