नई दिल्ली: कॉलेज से निकलकर नौकरियों की तलाश करने वाले युवाओं पर किए गए एक सर्वेक्षण के नतीजों से सामने आया है कि इंटर्नशिप के दौरान 86 फीसदी छात्रों को नौकरी की पेशकश नहीं की गई। शीघ्र प्रकाशित होने वाली इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2018 के फ्यूचर स्किल सेक्शन में बताया गया है कि कॉलेज के छात्रों को कॉलेज के बाद नौकरी मिल जाए, इसके लिए खुद को तैयार करने के लिए उन्हें बहुत ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में 63 प्रतिशत छात्रों ने कम से कम एक इंटर्नशिप की है लेकिन इनमें से 73 प्रतिशत इंटर्नशिप में उन्हें कोई पैसा नहीं मिला।वैश्विक रोजगार योग्यता मूल्यांकनकर्ता व्हीबॉक्स की ओर से करवाए गए इस सर्वेक्षण में 5000 से अधिक उच्च शिक्षण संस्थाओं ने हिस्सा लिया।
सर्वेक्षण ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई), यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी), एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू), कंफेडेरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई), पियरसन एजुकेशन एंड एचआर टेक कंपनी पीपुल स्ट्रांग के साथ मिलकर किया गया। रिपोर्ट के अनुसार 44 प्रतिशत छात्रों ने एक से लेकर पांच नौकरियों के लिए आवेदन किया। रिपोर्ट में यह भी पता चला कि जब छात्र कॉलेज में पढ़ रहे होते हैं तब उनके पास नेटवर्किं ग के अवसरों की भारी कमी होती है। 87 फीसदी छात्रों ने कहा कि वे चाहते हैं उनका स्कूल उन्हें नेटवर्किं ग के अवसर उपलब्ध कराए।
कॉलेज में पढ़ाई करते वक्त 78 फीसदी छात्रों ने अपनी रुचि के क्षेत्रों में होने वाली कॉन्फ्रेंस, इंडस्ट्री इवेंट और बिजनेस एवं स्टार्टअप मीट में भाग नहीं लिया। अध्ययन में बताया गया है कि 92 प्रतिशत छात्र फेसबुक और 63 प्रतिशत छात्र नियमित रूप से यूट्यूब का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसके बावजूद सिर्फ 26 प्रतिशत के पास ही लिंक्डइन अकाउंट है या नियमित रूप से वे इसका इस्तेमाल करते हैं। 62 फीसदी कॉलेज ग्रेजुएट अब जाकर पहली बार नियोक्ता की वेबसाइट या जॉब साइट खोलकर देखेंगे।