नई दिल्ली: 75 साल के एक बुजुर्ग ने राजधानी दिल्ली स्थित एम्स में अपना जिगर और कॉर्निया दान किया है। वह इस संस्थान में अंग दान करने वाले सबसे बुजुर्ग व्यक्ति बन गए हैं।
अलीगढ़ के रहने वाले 75 साल के नरसिंह पाल दिल्ली में रहते थे और ‘इन्ट्रा सेरिब्रल हीमॅरेज’ (आईसीएच) के कारण 27 मई को उनकी मौत हो गई थी। यह एक प्रकार का आघात है, जिससे मस्तिष्क के उतकों में रक्तस्राव होता है।
पिछले दस साल से उन्हें मधुमेह की समस्या थी और 26 मई को उन्हें गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल से जीबी पंत अस्पताल लाया गया। वहां से उन्हें 30 मई को एम्स के ट्रामा सेंटर में ट्रांसफर किया गया।
एम्स के ओआरबीओ के अंग प्रत्यारोपण समन्वयक राजीव मैखुरी ने बताया ‘उनके जिगर और कॉर्निया निकाले गए, लेकिन चिकित्सकीय हालात को देखते हुए गुर्दे, हृदय और हृदय के वाल्व नहीं निकाले जा सके। उनके जिगर का प्रत्यारोपण 59 साल के मरीज में ‘इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज’ में किया गया। जबकि कॉर्निया एम्स में संरक्षित कर रख लिए गए।’
उन्होंने बताया ‘जी बी पंत अस्पताल ने हमें 28 मई को सूचित किया और हमने ट्रांसफर की प्रक्रिया सुनिश्चित की। उन्हें 30 मई को जी बी पंत अस्पताल से एम्स के ट्रामा सेंटर लाया गया और 30 मई की मध्य रात्रि को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।’
मैखुरी ने बताया 'उनकी पत्नी और बेटे ने अंग प्रत्यारोपण की इजाजत दे दी। शुरू में उनके परिवार ने कॉर्निया दान करने की इच्छा जताई थी, लेकिन हमारे समझाने के बाद उन्होंने अंग दान करने की सहमति जताई।'