गुवाहाटी: असम के वरिष्ठ मंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने शुक्रवार को दावा किया कि कुछ निहित स्वार्थों वाले संगठन रोहिंग्या मुसलमानों को राज्य में घुसाने की सुनियोजित कोशिश कर रहे हैं और नागरिकता विधेयक के खिलाफ हालिया प्रदर्शनों से उन्हें समर्थन मिला है। राज्य के वित्त मंत्री शर्मा ने बताया कि पुलिस ने हाल में 75 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया। इसमें से अधिकतर को होजाई, लामडिंग, कछार और करीमगंज जिले से पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में करीमगंज में ही इस तरह की 30 गिरफ्तारी हो चुकी है। शर्मा ने दावा किया कि पिछले कुछ दशकों में इन जिलों में आबादी की रूपरेखा में बदलाव हुआ है और राज्य की आबादी के ढांचे में बदलाव के लिए शायद यह किया जा रहा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ संगठन रोहिंग्या मुसलमानों को असम में प्रवेश कराने की ताक में है और उनसे चंदा उगाहने के लिए एक नेटवर्क विकसित किया गया है।’’ मंत्री ने कहा कि नागरिकता विधेयक के खिलाफ आंदोलन ने ऐसी कोशिश कर रहे संगठनों की मदद ही की है।