लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को 71 विभूतियों को यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव इस मौके पर मौजूद नहीं थे। हालांकि करीब दशक भर पहले मुलायम ने ही इन पुरस्कारों को शुरू किया था।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, "समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार में सभी का सम्मान होता रहा है, अगर आगे भी मौका मिला तो हम सभी का सम्मान करेंगे। विभूतियों को सम्मान देने के मामले में उत्तर प्रदेश आगे है।" इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्किृत मंत्री अरुण कुमार कोरी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार की शुरुआत नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने की थी। उन्होंने महान कवि हरिवंश राय बच्चन को साहित्य जगत में योगदान के लिए मुंबई स्थित उनके घर जाकर सम्मानित किया था।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कला, संस्कृति, विज्ञान, चिकित्सा व अन्य क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान देने वाले 71 विभूतियों को सम्मानित किया। अखिलेश ने उन्हें शॉल के साथ प्रशस्तिपत्र भेंट कर उनका सम्मान किया। उन्होंने सभी का अभिवादन करते हए आभार भी प्रकट किया।
पुरस्कार पाने वाले नामचीन लोगों में बेगम हमीदा हबीबुल्लाह (समाजसेवा), बशीर बद्र (उर्दू शायर), संतोष आनंद (फिल्म गीतकार), केवल कुमार (संगीत निर्देशक), नसीरूददीन शाह (अभिनय), पंडित विश्वनाथ (शास्त्रीय संगीत), सौरभ शुक्ला (अभिनय, लेखन), मोहम्मद असलम वारसी (कव्वाली), पीयूष चावला (क्रिकेट), साबरी बंधु (कव्वाली) शामिल हैं। पुरस्कार के रूप में 11 लाख रूपये का चेक, शाल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।