नई दिल्ली: कोरोना वायरस से भारत में दूसरी मौत का मामला सामने आया है। इस वायरस से ग्रसित 68 वर्षीय महिला की दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने इस मौत की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक महिला वेस्ट दिल्ली की रहनेवाली थी। उसका बेटा भी कोरोना वायरस से ग्रसित है और जांच में COVID-19 की पुष्टि हुई है। महिला का बेटा स्वीटजरलैंड और इटली की यात्रा से लौटा था। वह 5 फरवरी से लेकर 22 फरवरी तक इन दोनों देशों की यात्रा पर था। 23 फरवरी को वह विदेश यात्रा से लौटा था। 7 मार्च को खांसी और बुखार के बाद मां और बेटे दोनों की जांच कराई गई। जांच में दोनों को COVID-19 की पुष्टि हुई थी।
आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 81 मामलों की पुष्टि हुई हैं जिनमें 16 इतालवी और एक कनाडाई सहित 17 विदेशी शामिल हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस स्वास्थ्य आपात स्थिति नहीं है और इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि सात और कोरोना वायरस ठीक हो चुके हैं और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी जबकि 71 मरीजों की हालत स्थिर है।
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण अब नियंत्रण की स्थिति में है और इससे निपटने के लिए केन्द्र तथा दिल्ली सरकार साथ मिलकर काम कर रही है। दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। केजरीवाल ने विधानसभा को बताया, ‘‘हमने स्कूल, सिनेमा हॉल, विश्वविद्यालय बंद कर दिए हैं। ताकि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हरसंभव एहतियाती कदम उठा रहे हैं और जनता हमारा साथ दे रही है।’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि कोरोना वायरस नियंत्रण की स्थिति में है (पड़ाव पर है।) इससे निपटने के लिए केन्द्र और दिल्ली की सरकारें साथ मिलकर काम कर रही हैं।’’ केजरीवाल ने रेखांकित किया कि स्वस्थ लोगों को मास्क पहनने की जरुरत नहीं है। सामान्य एहतियाती कदम, जैसे समय-समय पर हाथ धोना आदि का पालन कर इस जानलेवा बीमारी से काफी हद तक बचा जा सकता है। (इनपुट-भाषा)