![58,318 passengers flew to their destinations on 832 flights on the first day](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि सोमवार यानी 25 मई को मध्यरात्रि तक कुल 832 उड़ानें परिचालित की गईं और इनके माध्यम से कुल 58,318 यात्रियों ने अपने गंतव्य की यात्रा पूरी की। उन्होंने कहा कि मंगलवार से आंध्र प्रदेश में भी यात्री विमान सेवा शुरू हो गई है, इससे अब यात्रियों की संख्या और अधिक बढ़ेगी।
हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा कि एयरपोर्ट पर रौनक लौट आई है और यात्री दोबारा वापस हवा में उड़ने लगे हैं। आकाश में दोबारा हलचल शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल में 28 मई से यात्री विमान सेवाएं शुरू होंगी, इससे उड़ानों व हवाई यात्रियों की संख्या में और अधिक वृद्धि होगी।
देश भर में घरेलू उड़ान सेवा शुरू होने के दूसरे दिन आंध्र प्रदेश में भी मंगलवार को घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू हो गया। राज्य हालांकि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण पहले उड़ानों के संचालन को लेकर थोड़ी हिचकिचाहट दिखा रहा था। अधिकारियों ने कहा कि बेंगलुरु से 79 यात्रियों को लेकर पहला विमान सुबह छह बजकर 55 मिनट पर विजयवाड़ा पहुंचा। उन्होंने कहा कि स्पाइसजेट की यह उड़ान वापसी में 68 यात्रियों को लेकर रवाना हुई।
विशाखापट्टनम हवाईअड्डे पर पहली उड़ान बेंगलुरु से सुबह सात बजे पहुंची। केंद्र सरकार ने रविवार को घोषणा की थी कि आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोई घरेलू उड़ान नहीं जाएगी जबकि मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद हवाईअड्डों से कम उड़ानों का संचालन होगा। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि विजयवाड़ा और विशाखापट्टनम हवाईअड्डों से दिन भर में आठ-आठ उड़ानों का संचालन होगा।
विजयवाड़ा में चार विमान इंडिगो के, दो-दो स्पाइसजेट और एअर इंडिया के हैं। अधिकारियों ने कहा कि विशाखापट्टनम हवाईअड्डे से बुधवार को आठ उड़ानों का संचालन निर्धारित है। उन्होंने कहा कि विजयवाड़ा और विशाखापट्टनम हवाईअड्डे लॉकडाउन के पूर्व की अपनी उड़ान क्षमताओं के 20 प्रतिशत का ही संचालन करेंगे। पश्चिम बंगाल में घरेलू उड़ानों का संचालन गुरुवार से शुरू होगा। कोविड-19 महामारी के कारण करीब दो महीनों तक बंद रहने के बाद भारत में सोमवार से घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू हुआ और पहले दिन 532 उड़ानों से 39,231 यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया गया। हालांकि करीब 630 उड़ानें रद्द भी हुईं।