इंदौर (मध्यप्रदेश): देश में कोविड-19 के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी के संदेह में एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती 55 वर्षीय महिला नर्स की मौत हो गई है। शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बुधवार को बताया कि अस्पताल के चेस्ट वॉर्ड में भर्ती 55 वर्षीय महिला नर्स ने मंगलवार रात दम तोड़ा। उन्होंने बताया, "महिला नर्स में कोरोना वायरस से मिलते-जुलते लक्षणों के कारण उसके नमूना लेकर जांच के लिए पहले ही प्रयोगशाला भेजे जा चुके हैं। अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आई है।"
ठाकुर ने बताया कि दम तोड़ने वाली महिला नर्स तबीयत खराब होने से अस्पताल में पिछले तीन हफ्ते से ड्यूटी नहीं कर पा रही थी। उसने इस अवधि में केवल पांच अप्रैल को अस्पताल के एक दफ्तर में सुपरवाइजर के रूप में काम किया था। उन्होंने बताया कि एमवायएच की एक अन्य महिला नर्स की हृदय रोग से मौत हुई है। चूंकि उसमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं थे, इसलिए इस महामारी की जांच के लिए उनका नमूना नहीं लिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक महीने में इंदौर जिले के कुल 923 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 52 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 73 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। इंदौर में कोरोना वायरस के पहले मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि अन्य स्थानों में सख्त लॉकडाउन लागू है।