हैदराबाद: तेलंगाना में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश और अचानक आयी बाढ़ में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई। राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता में हो रही समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) क्षेत्र में 11 लोगों की मौत हो गई।
प्रारंभिक अनुमानों के आधार पर राव ने कहा कि बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में अचानक आयी बाढ़ के कारण राज्य में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। राव ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए तुरंत 1,350 करोड़ रुपये जारी करने का आग्रह किया है।
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में 8,000 से अधिक लोग विस्थापित
पश्चिमी महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की पंढरपुर तहसील में भारी बारिश के चलते 8,000 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। उपसंभागीय अधिकारी सचिन ढोल ने कहा,“ उजानी बांध से नीरा और भीमा नदियों में अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है इसलिए एहतियात के तौर पर पंढरपुर तहसील में नदी किनारे रहने वाले लगभग 8,400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।'
उन्होंने कहा कि बांध से 2.3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण भीमा नदी के किनारे के गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। पंढरपुर कस्बे में लगभग 1,650 लोगों को धार्मिक स्थलों और स्कूलों की सुरक्षित इमारतों में स्थानांतरित कर उन्हें भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए विख्यात इस कस्बे की ओर जाने वाली कई सड़कों पर पानी भर गया और कुछ समय के लिए यातायात बाधित हो गया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की अतिरिक्त टीमों को तहसील पहुंचने के लिए कहा गया है। वहीं मोहोल तहसील के कुछ गांवों में एनडीआरएफ के जवानों को भी तैनात किया गया था ताकि बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला जा सके।
जिले के एक अधिकारी ने कहा, '' एनडीआरएफ की टीम की मदद से अब तक घाटनी और खारखांटे गांव के दूरदराज के इलाकों में फंसे लगभग 50 लोगों को निकाला गया है।” बुधवार को पंढरपुर कस्बे में एक दीवार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बृहस्पतिवार को इस घटना की जांच का आदेश देते हुए कहा कि दोषियों पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।