दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 4 माओवादियों ने गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। सरेंडर करने वाले इन 4 माओवादियों में से 3 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए, जिनका इलाज किया जा रहा है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में एक पति-पत्नी भी शामिल हैं और इनमें से एक नक्सली पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। पुलिस ने बताया कि माओवादियों ने कहा कि वे पुलिस के पुनर्वास अभियान 'लोनवरातु' से प्रभावित और ‘‘खोखली माओवादी विचारधारा’’ से निराश होकर सरेंडर कर रहे हैं।
‘एक माओवादी पर था एक लाख का इनाम’
मामले के बारे में जानकारी देते हुए दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने कहा कि सरेंडर करने वाले माओवादियों में से एक माओवादी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि ये माओवादी बोडली गांव स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के शिविर पहुंचे और वहां आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों ने कहा कि वे पुलिस के पुनर्वास अभियान 'लोनवरातु' से प्रभावित हुए और ‘खोखली माओवादी विचारधारा’ से निराश थे।
‘CNM के मुखिया के तौर पर सक्रिय था एक माओवादी’
उन्होंने बताया कि चारों में से एक सोन सिंह उर्फ शिवलाल मंडावी (24) बोडली पंचायत चेतना नाट्य मंडली (CNM) के मुखिया के तौर पर सक्रिय था और उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम था। CNM माओवादियों की सांस्कृतिक शाखा है। एसपी ने बताया कि उसकी पत्नी रायमती मंडावी (22) और एक अन्य महिला माओवादी सुद्री कश्यप (20) सीएनएम सदस्य के रूप में सक्रिय थीं, जबकि जयराम कश्यप (22) एक मिलिशिया सदस्य था।
‘4 में से 3 माओवादी मिले कोरोना पॉजिटिव’
पल्लव ने कहा कि इन माओवादियों की कोविड-19 जांच की गई और इनमें से तीन संक्रमित पाये गए। उन्होंने बताया कि संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। बता दें कि पुलिस के पुनर्वास अभियान 'लोनवरातु' से प्रभावित होकर कई माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में माओवादी कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बने हुए हैं और सुरक्षाबलों पर हमले करते रहते हैं।