नई दिल्ली: बलात्कार के मामले में 20 साल के कारावास की सज़ा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को इस साल 4,208 लोगों ने पद्म पुरस्कार देने की सिफारिश की थी। गुरमीत ने खुद भी अपने लिए पांच सिफारिशें की थीं। पद्म पुरस्कार 2017 के लिए सिफारिशों या नामित किए जाने वाले लोगों की सूची के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय को 18768 आवेदन मिले। दस्तावेज़ के अनुसार सर्वाधिक 4208 सिफारिशें विवादास्पद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को तीन पद्म पुरस्कारों में से कोई भी प्रदान करने के लिए मिलीं। इनमें से दो सिफारिशें हरियाणा के हिसार से सेंटगॉर्ज विलियम सोनेट और इंडिया सेंटगॉर्ज से भी मिलीं। ये भी पढ़ें: बकरीद पर कुर्बानी के खिलाफ खड़ा हुआ मुस्लिम समाज, जानें क्या है पूरा मामला
सभी सिफारिशें ‘संत डॉ। गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसां’ के नाम की थी। उसे ‘रॉकस्टार बाबा’ और ‘गुरु ऑफ ब्लिंग’ के नाम से भी जाना जाता है। लगभग सभी सिफारिशें हरियाणा के सिरसा से आई थीं, जहां डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय है। दो अनुयायियों से बलात्कार के मामले में इसी हफ्ते गुरमीत को 20 साल के कारावास की सज़ा सुनाई गई थी। उसने ख़ुद पांच बार अपने नाम की सिफारिश की थी। जहां तीन बार उसका पता सिरसा का था, वहीं दो अन्य आवेदनों में एक बार हरियाणा के हिसार का और एक बार राजस्थान के गंगानगर का पता था, जहां उसका जन्म हुआ था। दस्तावेज़ों के अनुसार, इन पांच सिफारिशों में से एक ‘संत डॉ। गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसां’ के नाम की ‘संत डॉ। गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसां सेंटजॉर्ज’ ने की थी।
देश के महत्वपूर्ण नागरिक सम्मान के लिए डेरा प्रमुख के नाम की सिफारिश करने वालों में से ज़्यादातर ने आभा, आदित्य, अकबर अल्फेज, बलजिंदर, मिल्की, गज़ल, कोमल, जॉनी, जेसी और ईर जैसे एकल नामों का इस्तेमाल किया। सिरसा के रहने वाले अमित नाम के एक शख़्स ने 31 बार गुरमीत के नाम की सिफारिश की जबकि सुनील ने 27 बार उसके नाम की सिफारिश की। कुछ सिफारिशें डेरा प्रमुख की जन्मस्थली गंगानगर से भी आईं।
पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विग्यान एवं अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामले, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान और असाधारण उपलब्धि के लिये दिये जाते हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए कोई भी किसी को भी नामित कर सकता है। पद्म पुरस्कार- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।