नई दिल्ली। बच्चों की कोरोना वैक्सीन और देश में कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर कब आएगी? इसको लेकर शुक्रवार को दिल्ली ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बड़ा अपडेट दिया है। AIIMS के निदेशक गुलेरिया ने कहा कि मेरा मानना है कि देश में बच्चों के लिए सितंबर तक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। देश में कोविड-19 की संभावित तीसरे लहर पर गुलेरिया ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी और कितनी बुरी होगी यह हमारे व्यवहार पर निर्भर है।
एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा कि कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी और कितनी बुरी होगी यह हमारे व्यवहार पर निर्भर है। कोविड अनुरुप व्यवहार, भीड़ से बचने, वैक्सीन लगवाने से इसमें देरी होगी और तीव्रता कम होगी। मानव व्यवहार पर निर्भर है। वायरस कैसे व्यवहार करेगा हम भविष्यवाणी नहीं कर सकते। ये कहना मुश्किल है की तीसरी लहर कब आएगी।
जानिए गुलेरिया ने स्कूल खोलने को लेकर क्या कहा?
डॉ रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा कि जहां पॉजिटिविटी रेट बहुत कम है, हम वहां स्कूल खोल सकते हैं। हमें ग्रेडेड मैनर में स्कूल खोलने चाहिए। डॉक्टर गुलेरिया का यह बयान उन अभिभावकों के लिए सुकून भरा है जिनके घर में छोटे बच्चे हैं और तीसरी वेब को लेकर भयभीत हैं। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि जितनी तेजी से वैक्सीनेशन होगा, उतनी ही तेजी से कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा।
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सावधान रहने की जरूरत
गौरतलब है कि, सरकार से लेकर देश के वैज्ञानिक तक जनता को कोरोना की अलग लहर को लेकर सावधान कर रहे हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी भी कई मौकों पर देश की जनता को कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आगाह कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि लापरवाही से तीसरी लहर का खतरा बढ़ेगा। पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। कोरोना कोई ऐसी चीज नहीं है, जो अपने आप आती है, कोई जाकर लाए तो ही आती है। इसलिए हम बराबर सावधानी करेंगे तो कोरोना की तीसरी लेकर को रोक पाएंगे। पीएम मोदी का यह बयान बाजारों और हिल स्टेशनों पर उमड़ी भीड़ को लेकर आया था। बता दें कि, देश में 18 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध है। 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए टीकाकरण का ट्रायल जारी है।