नयी दिल्ली: देश में शनिवार को शाम पांच बजे तक 390 घरेलू उड़ानों का परिचालन हुआ। इन उड़ानों में 35,293 लोगों ने यात्राएं की। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को यह जानकारी दी। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से देश में दो माह तक घरेलू उड़ानों का परिचालन बंद था।
बृहस्पतिवार तक कुल 1,827 घरेलू उड़ानों का परिचालन हुआ था। सोमवार को 428, मंगलवार को 445, बुधवार को 460, बृहस्पतिवार को 494 और शुक्रवार को 513 उड़ानों का परिचालन किया गया। पुरी ने ट्विटर पर बताया कि संयुक्त अरब अमीरात वापस जाने के लिये कुछ ऐसे लोगों ने भारत सरकार से अनुरोध किया है, जिनके पास वहां की वैध निवास मंजूरियां हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह स्थानीय प्राधिकरणों के ऊपर है कि वे इस बारे में क्या निर्णय लेते हैं। अभी संयुक्त अरब अमीरात समेत कुछ देशों में बाहर से लोगों के आने पर पाबंदियां हैं।’’
पुरी ने कहा कि जिन लोगों के पास वैध निवास परमिट हैं, उनके वापस जाने से भारत सरकार को कोई दिक्कत नहीं है। विमानन उद्योग के सूत्रों ने कहा कि लॉकडाउन से पहले भारतीय हवाईअड्डों पर प्रतिदिन 3,000 घरेलू उड़ानों का परिचालन होता था। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में प्रतिदिन घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या 4.12 लाख थी। उस समय देश में लॉकडाउन नहीं था।
पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु के हवाई अड्डों को सीमित घरेलू उड़ानों के परिचालन की अनुमति दी गई है। कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच ये राज्य अधिक उड़ानें नहीं चाहते हैं। आंध्र प्रदेश में घरेलू उड़ान सेवाएं मंगलवार को और पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को शुरू हुईं। घरेलू उड़ान सेवाएं शुरू होने के बाद सात अलग-अलग उड़ानों में 16 कोरोना वायरस संक्रमित यात्री मिले हैं। इनमें इंडिगो से यात्रा करने वाले 13 यात्री भी शामिल हैं।