बेंगलुरू: क्या आपने कभी ऐसे ऑपरेशन के बारे में सुना है जिसमें ऑपरेशन टेबल पर डॉक्टर सर्जरी कर रहे हों और मरीज़ गिटार बजा रहा हो। आज हम आपको ऐसी ही हैरतअंगेज़ लेकिन एकदम सच्ची घटना के बारे में बताएंगे। बीते दिनों बेंगलुरू के एक अस्पताल में म्यूजिशन के दिमाग़ की मुश्किल सर्जरी हुई क्योंकि गिटार बजाते वक्त उसकी उंगलियों में तेज़ दर्द होता था। पूरे होशोहवास में मरीज़ गिटार बजाता रहा और डॉक्टर उसकी दिमाग़ी गड़बड़ी को दुरुस्त करते रहे। ऑपरेशन के दौरान गिटार बजा-बजाकर मरीज़ बताता रहा कि उसकी उंगलियों के दर्द का हाल क्या है...
उंगलियां चलती रहीं...7 घंटे सर्जरी होती रही
किसी की कल्पनाओं से भी परे है ये घटना। किसी मरीज़ की न्यूरो सर्जरी हो रही है, यानी दिमाग का ऑपरेशन हो रहा है और उसकी उंगलियां गिटार के तारों से सुर निकाल रही हैं। न्यूरो सर्जरी को मेडिकल साइंस में सबसे नाज़ुक और सबसे चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन माना जाता है बावजूद इसके बेंगलुरु के भगवान महावीर जैन हॉस्पिटल में एक तरफ़ मरीज़ की न्यूरो सर्जरी चलती रही और दूसरी तरफ़ वो ऑपरेशन टेबल पर गिटार बजाता रहा।
सवाल है ऑपरेशन के दौरान ऐसा अजीबोग़रीब प्रयोग क्यों?
दरअसल, इंजीनियर से म्यूजिशियन बने तुषार को गिटार बजाते वक्त उंगलियों में तेज़ दर्द होता था। डॉक्टर्स ने पाया कि उसकी दिमाग़ी मांसपेशियों में गड़बड़ी है, जो ऊंगलियों के ज़रुरत से ज़्यादा इस्तेमाल की वजह से होती है। मेडिकल साइंस में इसे म्यूज़िशियन डिस्टोनिया कहते हैं। ये ऑपरेशन मरीज़ के इसी डिस्टोनिया बीमारी को दुरुस्त करने के लिए हो रहा था।
ऑपरेशन के लिए मरीज़ के दिमाग़ की एमआरआई हुई इसके बाद डॉक्टर्स की टीम ने टारगेट एरिया फिक्स किया। इसके बाद मरीज़ की खोपड़ी में 14 मिलीमीटर का सुराख़ किया गया फिर दिमाग़ की जो मांसपेशी गड़बड़ थी उसे डॉक्टरों ने जला दिया। पूरा ऑपरेशन करीब 7 घंटे चला। इस दौरान मरीज़ गिटार बजाकर बताता रहा कि उसकी उंगलियों के दर्द का क्या हाल है। अब मरीज़ पूरी तरह फिट है और उसकी उंगलियां गिटार के तार से सुरमयी धुन बजाने के क़ाबिल हैं वो भी पहले की तरह।
वीडियो में देखिए एक गिटार वादक का हौसला-