नई दिल्ली: प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' की वजह से ओडिशा सहित पश्चिम बंगाल में 3 लोगों के मारे जाने की खबर है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी की गई जानकारी के मुताबिक, इस चक्रवात ने दोनों राज्यों के तटीय जिलों में भारी तबाही मचाई, जिससे पेड़-पौधों के साथ हजारों घर और सैकड़ों फोन टावर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पश्चिम बंगाल और ओडिशा से प्राप्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए मंत्रालय ने जानकारी दी कि प्रचंड चक्रवात 'बुलबुल' बांग्लादेश की ओर बढ़ चुका है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेज हवाओं के कारण पश्चिम बंगाल के बाशीरहाट में एक व्यक्ति पर पेड़ गिरने के कारण उसके मौत होने की जानकारी सामने आई है। वहीं ओडिशा में 2 लोगों की मारे जाने की खबर सामने आई है। इनमें से एक की मौत डूबने से तो दूसरे की मौत दीवार के गिरने के कारण हुई। पश्चिम बंगाल में 'बुलबुल' से कुल 7,815 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और करीब 870 पेड़ों के गिरने की जानकारी सामने आई है। वहीं मंत्रालय ने बताया कि 950 फोन टावर भी इस तूफान के कारण क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में बिजली और दूरसंचार सेवाओं को पुन: बहाल करने का काम शुरू हो गया है। मंत्रालय ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव के कारण ओडिशा के चार जिले गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फोन पर बातचीत की और स्थिति का जायजा लिया। मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के जरिए ममता बनर्जी को केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
पीएम मोदी ने इस बारे में ट्वीट कर कहा, ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बुलबुल चक्रवाती तूफान के सिलसिले में बातचीत हुई। मैं सभी की सुरक्षा और कुशलता की प्रार्थना करता हूं।’ इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने चक्रवाती तूफान के कारण भारी बारिश से फसल और संपत्ति को हुए भारी नुकसान का सामना कर रहे पूर्वी भारत की स्थिति की भी समीक्षा की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि तटीय क्षेत्र में किसी तरह के जान-माल की हानि की सूचना नहीं मिली है। (IANS)