नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच के मुताबिक दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित तबलीगी मरकज में भाग लेने वाले सभी 280 विदेशी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। उन्हें धार्मिक कार्यक्रमों, प्रवचनों में शामिल होने की अनुमति नहीं थी जबकि वो मरकज और देश की अन्य मस्जिदों में पहुंचे। ये वीजा नियमों का उल्लंघन है।
बता दें कि 280 विदेशी सिर्फ निजामुद्दीन के मरकज से मिले। इसके अलावा भी देश की और मस्जिदों में ऐसे विदेशी मौजूद थे जो टूरिस्ट वीजा पर हिंदुस्तान आए थे। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक मरकज का मौलाना मोहम्मद साद का अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। मौलाना 28 मार्च से लापता है और वह कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो के बीच थे इसलिए उनको आइसोलेशन में रखना जरूरी है।
पुलिस को पिछले 2 दिनों में निजामुद्दीन स्थित मरकज से 280 विदेशी नागरिक मिले हैं। इनमें नेपाल के 19, मलेशिया के 10, अफगानिस्तान का एक, म्यांमार के 33, इंडोनेशिया के 72, अल्जीरिया का एक नागरिक, किर्गिजस्तान के 28, बांग्लादेश के 19, थाईलैंड के 7, श्रीलंका के 34 नागरिक शामिल हैं। कुछ अन्य देशों के नागरिक भी हैं। अधिकारी ने कहा कि इनमें से ज्यादातर विदेशी नागरिक पर्यटक वीजा पर भारत आए थे।