गुवाहाटी: असम पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने म्यांमा के 26 संदिग्ध नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास हां एक लॉज से फर्जी भारतीय दस्तावेज बरामद हुए। उन्होंने कहा कि उनके सामान से आधार और मतदाता पहचान पत्र जैसे ''मिजोरम में बने'' जाली दस्तावेज बरामद किए गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, '' गुप्त सूचना के आधार पर, शहर के रिहाबारी इलाके में एक लॉज में छापेमारी की गई और (10 महिलाओं सहित) 26 लोगों को पकड़ा गया।'' अधिकारी ने कहा, ''पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वे सभी म्यांमार के चिन राज्य के निवासी हैं और धर्मशास्त्र का अध्ययन करने के लिए दिल्ली जा रहे थे।'' अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
असम का वांछित डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा गया
असम के धुबरी जिले में कई मामलों में वांछित कथित डकैत पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। इस नये मामले के साथ, हिमंत बिस्व सरमा सरकार के तहत राज्य में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ों में 25 आरोपी मार गिराए गए हैं और 39 घायल हुए हैं। गुप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए चापर और सालकोचा इलाकों के बीच शनिवार रात को नाकेबंदी की गई थी।
पुलिस अधीक्षक अभिजीत गौरव ने कहा कि पुलिसकर्मियों को देखकर डकैतों ने कथित तौर पर भागने का प्रयास किया जिसपर पुलिस ने उनका पीछा किया और देखते ही देखते उसने मुठभेड़ का रूप ले लिया जिसमें एक की मौत हो गई जबकि पांच अन्य भागने में कामयाब हो गए। उन्होंने बताया कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश अभियान शुरू कर दिया गया। साथ ही बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक पिस्तौल और कई कारतूस जब्त किए गए।
असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के 10 मई को पद संभालने के बाद से कई पुलिस मुठभेड़ हुई हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि पुलिस को “गोली चलाने” की खुली छूट दी गई है और उनके समर्थन से “खुलेआम हत्याएं” हो रही हैं।