नई दिल्ली: जहां एक तरफ सोशल मीडिया विवादित भाषा के चलते खबरों का हिस्सा बनता है तो वहीं इसी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर एक आम आदमी ने 26 बच्चिों की जिंदगी बचा ली। मुजफ्फरपुर बांद्रा अवध एक्सप्रेस में सफर कर रहे है आदर्श श्रीवास्तव के एक ट्वीट ने मानव तस्करी के बड़े रैकेट का भंडाभोड़ कर दिया। आदर्श श्रीवास्तव अवध एक्सप्रेस के कोच नंबर एस5 से सफर कर रहे थे। जब उनकी ट्रेन गोरखपुर से दो स्टेशन पीछे थी तब ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, रेलवे, रेलमंत्री पीयूष गोयल, पीएमओ इंडिया, मनोज सिन्हा को टैग करते हुए एक ट्वीट किया। ट्वीट में आदर्श ने लिखा कि, "मैं अवध एक्सप्रेस में सफर कर रहा हूं मेरे कोच एस5 में 26 नाबालिग लड़कियां है। उनमें से कुछ रो भी रही है और असुरक्षित लग रही हैं।
इसके बाद उन्होंने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे ये मानव तस्करी से जुड़ा मामला लग रहा है। मेरे वर्तमान स्टेशन हरि नगर है अगला बागा और फिर गोरखपुर आएगा। कृपया मदद कीजिए। उनके इस ट्वीट का असर ये हुआ कि सादी वर्दी में तो आरपीएफ के जवान कप्तानगंज से ट्रेन में चढ़ गए और बच्चियों पर नजर रखने लगे। गेरखपुर में 26 बच्चियों को ट्रेन से उतार लिया गया साथ ही इनके साथ जा रहे 22 साल और 55 साल के दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपी बिहार के चंपारण से हैं। बच्चियों की उम्र 10 से 14 साल के बीच की है। कई तो अपने परिवार और घर के बारे में भी ठीक से नहीं बता पा रही। पुलिस अब इस मामले में आगे की छानबीन कर रही है साथ ही बच्चियों के घर परिवार के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।