मुंबई। 26/11 मुंबई आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले के दौरान पाकिस्तान का रहनेवाला आतंकी अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया था। कसाब को जिंदा पकड़ने में मुंबई पुलिस के एएसआई तुकाराम ओंबले को अपनी जान गंवानी पड़ी। शहीद तुकारम ओंबले ने अपनी वीरता की ऐसी इबारत लिखी जिसे आनेवाली सदियां याद रखेंगी।
तुकाराम ओंबले ने सफेद स्कोडा लेकर भागे अजमल कसाब और इस्माइल की कार को गिरगांव चौपाटी पर रोका था। इसी दौरान फायरिंग में इस्माइल की मौत हो गई जबकि अजमल कसाब की एके 47 तुकाराम ओंबले ने पकड़ ली थी। इसी दौरान फायरिंग में तुकाराम ओंबले को कई गोलियां लगी थी। तुकाराम और अन्य पुलिसकर्मियों ने अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया। गंभीर रूप से घायल तुकाराम ओंबले ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
इस हमले के दौरान करीब 60 घंटे तक पूरी मुंबई दहशत के साये में रही। जगह-जगह फायरिंग और होटल ताज और होटल ओबरॉय में आतंकियों के दाखिल होने और गोलीबारी की खबरों ने पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हरकत में ला दिया था। एनसीजी की कार्रवाई के बाद सभी आतंकवादी मार गिराए गए और करीब 60 घंटे के बाद मुंबई ने राहत की सांस ली थी।