नई दिल्ली। देश के 25 राज्य और 5 लाख से ज्यादा गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं। मंगलवार को गांधी जयंति के मौके पर दिल्ली में हुए अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह जानकारी दी है। प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 4 साल के दौरान देश में सिर्फ गांव और शहर ही खुले में शौच से मुक्त नहीं हुए बल्कि देश में बने कुल शौचालयों में से 90 प्रतिशत का इस्तेमाल नियमित तौर पर हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 4 साल पहले, खुले में शौच करने वाली वैश्विक आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा भारत में था, आज ये 20 प्रतिशत से भी कम हो चुका है। इन चार वर्षों में सिर्फ शौचालय ही नहीं बने, गांव-शहर ही खुले में शौच मुक्त नहीं हुए बल्कि 90 प्रतिशत से अधिक शौचालयों का नियमित उपयोग भी हो रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर उन्होंने गांधी जी को, उनके विचारों को, इतनी गहराई से नहीं समझा होता, तो सरकार की प्राथमिकताओं में भी स्वच्छता अभियान कभी नहीं आ पाता। उन्होंने कहा कि पूज्य बापू से ही उन्हें प्रेरणी मिली, और उन्हीं के मार्गदर्शन से स्वच्छ भारत अभियान भी शुरू हुआ।
स्वच्छता को लेकर महात्मा गांधी को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ते हुए गांधी जी ने कहा था कि वो स्वतंत्रता और स्वच्छता में से स्वच्छता को प्राथमिकता देंगे। बापू ने 1945 में प्रकाशित अपने 'Constructive Programme' में जिन जरूरी बातों का जिक्र किया था, उनमें ग्रामीण स्वच्छता भी एक महत्वपूर्ण सेक्शन था।