नई दिल्ली: कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे 234 भारतीय स्वदेश पहुंच गए हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविववार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन भारतीयों में 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ईरान में फंसे 234 भारतीय भारत पहुंच गए हैं जिनमें 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राजदूत धामू गद्दाम और ईरान में भारतीय टीम के प्रयासों के लिए उनका शुक्रिया। ईरानी अधिकारियों का शुक्रिया।’’
ईरान से भारतीयों का तीसरा जत्था रविवार तड़के पहुंचा। 44 भारतीय श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था शुक्रवार को ईरान से यहां पहुंचा था। ईरान कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल है और सरकार वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की योजनाओं पर काम कर रही है। ईरान से 58 भारतीय श्रद्धालुओं का पहला जत्था मंगलवार को लौटा था।
रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने कहा, "उन्हें (ईरान से लाए गए भारतीयों को) जैसलमेर में भारतीय सेना के स्वास्थ्य केंद्र में अलग रखा गया है।’’ यह केंद्र कुशल चिकित्सकों की देखरेख में अलग रखने की आवश्यक अवधि के लिए सभी उपकरणों से लैस है। बता दें कि कोरोना वायरस की अभी तक कोई वैक्सीन (टीका) नहीं है और यह दुनिया में फैलता जा रहा है।
ईरान के सरकारी टीवी ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस से 97 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 611 हो गई है। देश में 12,729 लोग इससे संक्रमित हैं। इतना ही नहीं वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके कोविड-19 के कारण विश्वभर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, स्टेडियम बंद हो रहे हैं और वित्तीय एवं आर्थिक गतिविधियों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ रहा है।
कोविड-19 का संक्रमण दुनियाभर में इतना तेजी से फैल रहा है कि यात्रा प्रतिबंधों एवं समारोह स्थगित किए जाने समेत कई कदम उठाए जाने के बावजूद इसके जल्द काबू होने की उम्मीदें कम हैं। कई नेताओं समेत अनेक जानी-मानी हस्तियां इस संक्रमण की चपेट में आ गई हैं। इस बीमारी से पूरी दुनिया में 5000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया भर के करीब 120 देश इससे पीड़ित हैं। कोरोना वायरस को डब्ल्यूएचओ ने वैश्विक महामारी घोषित किया है।