तिरूवनंतपुरम: केरल में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 160 लोगों की मौत हो गयी है जिसके बाद प्रदेश में कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 18,280 हो गयी है। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गयी है। बयान में बताया गया है कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 21,445 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 36,31,638 हो गयी है। बुलेटिन में कहा गया है कि बुधवार से अब तक 20,723 लोग संक्रमण मुक्त हुये हैं और इससे ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर अब 34,36,318 हो गयी है।
बुलेटिन में कहा गया है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर 14.73 प्रतिशत है। राज्य में अब तक 2,90,53,257 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इसमें कहा गया है कि वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न जिलों में 4,83,172 मरीज निगरानी में हैं। इनमें से 4,54,689 या तो घरों में या फिर संस्थागत पृथक-वास में हैं जबकि 28,483 मरीज अस्पतालों में हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केरल में कोरोना के किसी नए वैरिएंट की आशंका से इंकार किया है।
मंत्रालय ने उन खबरों को गलत और निराधार बताया है जिनमें केरल में नए वैरिएंट से संबंधित आशंकाओं का जिक्र किया गया था। दरअसल इससे पहले खबर आई थी कि केरल में कोविड-19 संक्रमण के 40000 से ज्यादा ब्रेकथ्रू मामले दर्ज किए गए हैं। माना जा रहा था कि हॉटस्पॉट बने इस राज्य में ये नए वेरिएंट की दस्तक हो सकती है या फिर डेल्टा वेरिएंट में म्यूटेशन हो सकता है। जिन लोगों को वैक्सीन लगने के बाद कोविड हो जाता है उसे ब्रेकथ्रू मामला कहा जाता है।
केरल के आठ जिलों का दौरा कर चुकी छह सदस्यीय एक केंद्रीय टीम ने कहा है कि एक अगस्त से 20 अगस्त तक राज्य में कोविड-19 के करीब 4.6 लाख मामले सामने आ सकते हैं। केंद्रीय टीम का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के निदेशक डॉ. सुजीत सिंह ने मंगलवार को बताया था कि राज्य सरकार हालात का जायजा लेकर वैक्सीन के दोनों डोज के बीच की समयवाधि पर फैसला कर सकती है।
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