नई दिल्ली: बलात्कारी बाबा राम रहीम के बारे में ऐसी खबर आई है जिसे सुन कर आप हैरान रह जाएंगे। एक तरफ राम रहीम के समर्थक पंचकूला में हिंसा भड़का रहे थे तो दूसरी तरफ डेरे में नोटों को समेटा जा रहा था। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि 26 अगस्त की रात कैश से भरी तीन गाड़ियां डेरे से गायब कर दी गई। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कैश से भरी गाड़ियां कहां गायब हो गई और वो कौन है जिसके आदेश पर कैश को डेरे से बाहर ले जाया गया। ये न तो पुलिस को पता है न ही सरकार के किसी एजेंसी को लेकिन दावा किया जा रहा है कि राम रहीम ने अपनी गुफा के अंदर बैंक के स्ट्रांग रुम की तरह लॉकर्स बना रखे थे।
खबर ये भी है कि कोर्ट ने पुलिस को कैश के बारे में जांच न करने के लिए फटकार लगाई है। पुलिस को जल्द से जल्द फिर से जांच करने के लिए एक और मौका दिया है। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि डेरे से 250 करोड़ कैश गायब किए गए हैं लेकिन इसे जमीन खा गई या आसमान निगल गया ये किसी को पता नहीं है। वायरल खबर के मुताबिक 26 अगस्त की रात डेरे से करीब 250 करोड़ कैश तीन ट्रकों में लाद कर बाहर भेजा गया था। साथ में राम रहीम और हनीप्रीत के कारोबार और संपत्ति से जुड़े सारे दस्तावेज भी गायब कर दिए है और पुलिस को अब तक ये पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे किसका हाथ है और राम रहीम का खजाना कहां है।
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया में ये भी दावा किया जा रहा है कि जब पुलिस ने डेरे की तलाशी ली थी तब राम रहीम की गुफा में कई दरवाजे ऐसे मिले जो बैंक के स्ट्रांग रूम की तरह लग रहे थे। अंदर बैंक लाकर्स की तरह पैसे छिपाने की जगहें मिली। सोशल मीडिया में कुछ लोग ये भी पूछ रहे हैं कि पंचकुला हिंसा के दौरान सिरसा में भी आगजनी हुई थी। पुलिस ने डेरे को चारो तरफ से घेर रखा था। मीडिया को भी डेरे के आसपास फटकने की इजाजत नहीं थी तो फिर इतनी सिक्योरिटी के बीच नोटों से भरे तीन ट्रकों का निकल जाना कैसे संभव है?
पंचकुला मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। पुलिस की जांच लगभग पूरी हो गई है और चार्जशीट भी दायर कर दी गई है लेकिन अभी भी कई ऐसे सवाल बचे हैं जिस पर सस्पेंस है। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट की तरफ से डेरे की आईटी विंग के प्रमुख विनीत कुमार का बयान पढ़कर सुनाया गया जिसके बाद कोर्ट ने ये सवाल किया कि सिरसा डेरे से ट्रकों में भरकर कैश और अन्य सामान ले जाया गया था वो कहां गया? ये सवाल इसलिए पूछा गया क्योंकि पुलिस की रिपोर्ट में इसका कोई उल्लेख ही नहीं था जबकि डेरे के आईटी चीफ ने अपने बयान में साफ साफ कहा कि 26 अगस्त की रात दो-तीन गांड़ियां डेरे से बाहर गई थी। इन गाड़ियां नोटों और कागजातों से भरी थी। इसने ये भी बताया कि इस घटना की पूरी रिकार्डिंग सीसीटीवी कैमरे में कैद है लेकिन मुसीबत ये है कि पुलिस अब तक डेरे से मिले हार्ड डिस्क से डाटा नहीं निकाल पाई है।
अदालत ने पुलिस की कार्यशैली पर हैरानी जताते हुए पूछा दूसरे अभियुक्तों को हिरासत में लिए जाने के बाद भी ट्रकों में भरकर ले जाए गए कैश के बारे में कोई सवाल क्यों नहीं पूछा गया? क्यों पुलिस ने कैश को बरामद करने के लिए अपनी ओर से कोई प्रयास नहीं किया? इसलिए कोर्ट ने इस मामले की जांच कर फिर से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने रिपोर्ट को इसलिए अधूरा बताया क्योंकि डेरे के अंदर तलाशी के दौरान राम रहीम की गुफा में कई बड़े बड़े खाली लॉकर्स मिले थे जिसका पुलिस रिपोर्ट में कोई जिक्र नहीं है।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पुलिस से ऐसे-ऐसे सवाल पूछे कि पुलिस और उनके वकीलों के पसीने छूट गए। कोर्ट ने जांच पर सवाल उठाया ही साथ ही ये चेतावनी भी दे डाली की अगर हरियाणा पुलिस से ये मामला संभल नहीं रहा है तो क्या पूरे मामले को दूसरे राज्य की पुलिस को सौंप दी जाए।