श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए जबकि एक अन्य आतंकवादी ने आत्मसमर्पण कर दिया। आधिकारियों ने यह जानकारी दी। आधिकारियों के मुताबिक आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने कुलगाम जिले के चिमेर गांव में घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया।
आधिकारियों के मुताबिक, इसी दौरान वहां मौजूद आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं जबकि एक अन्य आतंकवादी ने हथियार डाल कर आत्मसमर्पण कर दिया। फिलहाल, मुठभेड़ के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
वायु सेना केंद्र पर हमले के पीछे लश्कर का हाथ होने का संदेह: डीजीपी
जम्मू में रविवार तड़के भारतीय वायु सेना के केंद्र पर ड्रोन हमले के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ होने का संदेह है और संकेत मिले हैं कि ड्रोन सीमापार से आये। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह बात कही। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि हमले के पीछे पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ होने का संदेह है।
जम्मू हवाईअड्डे के परिसर में स्थित वायु सेना के स्टेशन पर रविवार को दो ड्रोनों से विस्फोटक सामग्री गिराई गयी जिससे दो कर्मी घायल हो गये। माना जा रहा है कि विस्फोटक में आरडीएक्स समेत अलग-अलग विस्फोटक सामग्री मिलाई गयी। मामले की जांच मंगलवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी गयी। गृह मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के स्टेशन पर अपनी तरह के पहले आतंकवादी हमले की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला लिया।
हालात और जांच पर नजर रख रहे 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सिंह ने कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि मानवरहित वायुयान (ड्रोन) सीमापार से उड़कर आए हों और अपने काम को अंजाम देने के बाद लौट गये हों। सिंह ने कहा, ‘‘हम अभी मामले की जांच कर रहे हैं और हमें जो भी जानकारी मिलती है उसे अन्य सुरक्षा एजेंसियों को मुहैया कराएंगे।’’ पुलिस ने जम्मू और पड़ोस के इलाकों में सिलसिलेवार छापे मारे लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई।
डीजीपी ने कहा कि ड्रोन के सीमापार से आने का संदेह है लेकिन हम अभी जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को आतंकवादी संगठनों से नये खतरे के बारे में अवगत करा दिया है। सभी एहतियाती कदम उठाये गये हैं। सिंह ने कहा कि जनता को जम्मू कश्मीर में ड्रोनों का अनधिकृत इस्तेमाल नहीं करने के संबंध में आम चेतावनी जारी कर दी गयी है। ऐसा होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।