श्रीनगर: वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में आज सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का स्वयंभू क्षेत्रीय कमांडर शकूर अहमद डार सहित दो आतंकवादी मारे गए जबकि एक अन्य आतंकवादी ने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने बताया कि कुलगाम जिले में कैमोह के चेदर बान क्षेत्र में कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर एक गुप्त सूचना मिली थी। इस पर दोपहर में जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना ने संदिग्ध मकान की घेराबंदी कर ली।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि ‘‘जब संयुक्त गश्ती दल संदिग्ध घर की ओर बढ़ा, भीतर छुपे आतंकवादियों के समूह ने सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस पर सुरक्षा बलों ने सावधानीपूर्वक जवाबी कार्रवाई की जिससे क्षेत्र में मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मकान के भीतर छुपे दो आतंकवादी मारे गए।
पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) स्वयं प्रकाश पाणि ने यहां कहा, ‘‘हमने मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जिस दौरान दो आतंकवादी मारे गए और हाल में आतंकवाद में शामिल होने वाले एक अन्य आतंकवादी ने आत्मसमर्पण कर दिया।’’ उन्होंने कहा कि मुठभेड़ स्थल से बरामद सामग्री के आधार पर यह समझा जाता है कि मारे गए आतंकवादियों में से एक शकूर अहमद डार है जो कि लश्कर ए तैयबा का डिविजनल कमांडर है। दूसरा आतंकवादी एक पाकिस्तानी नागरिक था जिसका नाम हैदर है।
पुलिस ने बताया कि कुलगाम के सोपत तेंगपोरा का रहने वाला डार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्करे तैयबा के लिए डिविजनल कमांडर के तौर पर सक्रिय था। उसके खिलाफ दक्षिण कश्मीर के अलग अलग पुलिस थानों में आतंकवाद से संबंधित कई मामले दर्ज हैं। वह नागरिकों पर अत्याचार और क्षेत्र में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले के कई मामलों में लिप्त था। पाणि ने कहा, ‘‘मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ है।’’ उन्होंने बताया कि एक मामला दर्ज कर लिया गया है। पाणि ने कहा, ‘‘दो आतंकवादी मारे गए, एक स्थानीय आतंकवादी ने मुठभेड़ स्थल पर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इस आतंकवादी की पहचान अभी गुप्त रखी गई है। (आत्मसमर्पण करने वाला) आतंकवादी पुलिस की हिरासत में है।’’
पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल 28 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए अभियान चला रहे थे। राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे क्षेत्र में यह तीसरी बड़ी मुठभेड़ है। इससे पहले जैश के तीन आतंकवादी गत 20 जून को त्राल में मारे गए थे, आईएसजेके के चार आतंकवादी गत 22 जून को मारे गए थे जिसमें उसका प्रमुख दाऊद सोफी भी शामिल था।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ से चार किलोमीटर दूर गोबल गांव में एक अन्य घटना में लोगों ने सेना के काफिले पर पथराव किया। पुलिस ने कहा कि सेना ने चेतावनी में हवा में गोलियां चलाईं। इसके बाद अनियंत्रित भीड़ पर गोलियां चलाई गई। इसमें 23 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। घायलों को अनंतनाग के जिला अस्पताल में भेजा गया है।