नयी दिल्ली: भारत अपनी निरंतर कोशिशों के चलते वर्ष 2014 से 2,110 भारतीय कैदियों की रिहाई सुनिश्चित कराने और उन्हें स्वदेश वापस लाने में सफल रहा है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘इसमें इस साल अब तक 362 भारतीय कैदियों की रिहाई और वापसी भी शामिल है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और भलाई को उच्च प्राथमिकता देती है। सरकार ने भारतीय कैदियों और मछुआरों तथा उनकी नौकाओं को शीघ्र छुड़ाने का विषय पाकिस्तान सरकार के समक्ष लगातार उठाया है।
मुरलीधरण ने पिछले तीन साल में भारतीय असैन्य कैदियों और मछुआरों की रिहाई एवं वापसी का वर्ष वार ब्यौरा देते हुए कहा कि 2016 में 410 मछुआरों तथा दो अन्य (भारतीय) नागरिकों को रिहा कराया गया तथा उन्हें वापस लाया गया।
उनके द्वारा मुहैया किए गए आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2017 में 508 मछुआरों को तथा सात अन्य (भारतीय) नागरिकों को रिहा कराया गया। वहीं, 2018 में 174 मछुआरों और पांच अन्य नागरिकों को रिहा कराया गया तथा उनकी स्वदेश वापसी हुई। उन्होंने बताया कि 2019 में 11 जुलाई तक 355 मछुआरों और सात अन्य नागरिकों को रिहा कराया गया तथा उन्हें स्वदेश लाया गया।
उन्होंने कहा कि उपलब्ध सूचना के मुताबिक ऐसा समझा जाता है कि 209 भारतीय मछुआरे और 64 अन्य (भारतीय) नागरिक पाकिस्तान की हिरासत में हैं।