नई दिल्ली: भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन से मात्र 100 मीटर दूर गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़ित लड़की 19 साल की है जो वारदात के समय कोचिंग से घर लौट रही थी तभी उसके साथ चार बदमाशों ने गैंगरेप किया। पुलिस ने वारदात में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच इस मामले पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल में हबीबगंज जीआरपी थाने के बाहर हंगामा किया है और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस का आरोप है कि पीड़ित जब शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई और ना ही केस दर्ज किया गया।
पीड़िता सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रही है और वारदात के वक्त वह कोचिंग से घर लौट रही थी। इसी दौरान 4 लड़कों ने हबीबगंज स्टेशन के पास उसे घेर लिया और रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों में उसके साथ गैंगरेप किया। पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद आरोपी पीड़िता की हत्या करना चाहते थे, लेकिन वह किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर भाग निकली। जीआरपी ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि पीड़िता अपने पुलिसकर्मी माता-पिता के साथ रिपोर्ट लिखवाने थाने दर थाने भटकती रही और जब कोई मदद नहीं मिली तो ज्यादती की शिकार बनी छात्रा अपनी मां के साथ दरिंदों को ढूंढने उनके संभावित ठिकानों पर जा पहुंची। सामने एक आरोपी को पाते ही मां-बेटी ने उसे दबोच लिया और घसीटते हुए थाने जा पहुंचीं, तब आनन-फानन में रेलवे पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बुरी तरह सहमी छात्रा किसी तरह रात को आरपीएफ हबीबगंज थाने पहुंची और फोन कर पिता को घटना की जानकारी दी। पिता उसे साथ लेकर घर चले गए। बुधवार सुबह माता-पिता बेटी को लेकर एमपी नगर थाने पहुंचे। शिकायत दर्ज करने के बजाए थाने से एक सब इंस्पेक्टर उनके साथ घटना स्थल देखने आए। मौका-मुआयना करने के बाद उसने केस हबीबगंज थाने की सीमा में होने का कहकर पल्ला झाड़ लिया।
उधर हबीबगंज थाने ने हबीबगंज जीआरपी थाने में केस दर्ज कराने का सुझाव देकर अपने हाथ खींच लिए। दोनों थानों से निराशा मिलने पर पीड़िता खुद अपने माता-पिता के साथ आरोपियों की खोज में उनके संभावित ठिकानों पर जा पहुंची। मानसरोवर कॉम्पलेक्स के सामने बनी झुग्गियों के पास खड़े एक युवक पर छात्रा की नजर पड़ी। वह उसे फौरन पहचान गई।
इस हादसे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "घटना निंदनीय है। चारों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। इस घटना को चिह्नित अपराधों की श्रेणी में रखकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल कराया जाएगा। एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"