नई दिल्ली: आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत फर्जीवाड़ा करने के आरोप में 171 अस्पतालों को पैनल से बाहर कर दिया गया है। इन अस्पतालों पर 4.5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। प्राधिकरण ने यह भी बताया कि उत्तराखंड और झारखंड के छह अस्पतालों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। बयान में कहा कि ‘‘171 अस्पतालों को पहले ही पैनल से बहार किया जा चुका है। कदाचार में शामिल अस्पतालों पर 4.5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है।’’
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
देश में एक लाख हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स स्थापित करने और 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष के स्वास्थ्य बीमा कवच से जोड़ने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा केन्द्रीय वित्त बजट 2018 में आयुष्मान भारत की घोषणा की गई थी। प्रधानमंत्री ने बीते अक्टूबर में कहा कि “एक स्वस्थ भारत बनाने की यात्रा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है! इसपर प्रत्येक भारतीय को गर्व होगा कि एक वर्ष में ही, आयुष्मान भारत की बदौलत 50 लाख से अधिक नागरिकों को मुफ्त इलाज का लाभ मिला है। इलाज के अलावा, यह योजना कई भारतीयों को सशक्त भी बना रही है।”
(इनपुट- भाषा)