उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कच्ची शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी के सहारनपुर में 40 लोगों की जान जहरीली शराब पीने से हुई है। वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के हरिद्वार में अब तक 16 लोगों की जान जहरीली शराब पीने से हुई है। इसके अलवा कुशी नगर में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 11 पहुंच गई है। इसके अलावा कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही सरकार में हड़कंप मच गया। आबकारी विभाग तथा पुलिस विभाग के 17 अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि कल शाम झबरेड़ा क्षेत्र में स्थित बालूपुर गांव में एक मृतक की तेरहवीं में अवैध शराब परोसी गयी जिसके बाद लोगों की तबीयत खराब हो गयी। उन्होंने बताया कि मृतकों में से 14 बालूपुर तथा आसपास के गांवों के रहने वाले हैं जबकि नौ अन्य ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दम तोडा जो तेरहवीं में शराब पीने के बाद अपने घर वापस लौट गये थे। सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि घटना में मारे गये नौ लोगों के अलावा चार अन्य की हालत अभी गंभीर है जो अस्पतालों में भर्ती हैं। शराब पीने के बाद कल रात से लोगों की तबीयत खराब होना शुरू हो गयी थी और आज सुबह से मौतों का सिलसिला शुरू हो गया । रुड़की के अस्पतालों में भर्ती चार अन्य लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। कुमार ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, तेरहवीं के दौरान करीब 30-32 लोगों ने शराब पी।
घटना के बाद उत्तराखंड सरकार ने हरकत में आते हुए आबकारी विभाग के हरिद्वार जिले के 13 अधिकारियों और कर्मचरियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अपर आबकारी आयुक्त अर्चना गहरबार ने बताया कि रूडकी के आबकारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह सहित 13 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। झबरेड़ा के थानाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा सहित चार पुलिस कर्मियों को भी प्रथमद्रष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उधर, हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) को जांच अधिकारी नामित किया है।